शानदार माइलेज देती हैं हाइब्रिड कारें, फ्यूल खत्म होने पर भी कर सकते हैं सफर
इलेक्ट्रिक कारों को एक बार इस्तेमाल करने के बाद 2 से 6 घंटे तक चार्ज करना पड़ता है. वहीं फ्यूल कारों के साथ ऐसी दिक्क्त नहीं है. हाल के वर्षों में हाइब्रिड कारों का भी चलन बढ़ा है. ये कारें फ्यूल कारों से कहीं ज्यादा माइलेज देती हैं.
पिछले कुछ सालों में हाइब्रिड कारों का चलन काफी बढ़ा है. इलेक्ट्रिक कारें अब आपको भारत की सड़कों पर भी नज़र आ जाएंगी. ये कारें कम खर्च में काफी ज्यादा दूरी तय कर सकती हैं. इसके साथ ही माइलेज के मामले में भी ये कार काफी अच्छी होती हैं. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ऐसी कारों को काफी प्रमोट किया जा रहा है. हाइब्रिड कारें आम फ्यूल कारों की तुलना में 20 से 30 फीसद ज्यादा पेट्रोल की बचत करती हैं. इतना ही नहीं इलेक्ट्रिक कारें पेट्रोल डीजल कारों के मुकाबले कहीं ज्यादा माइलेज भी देती हैं. एक बार चार्ज करने के बाद इनकी बैटरी करीब 6 घंटे तक चल जाती है. आज हम आपको इन कारों की खासियत के बारे में बता रहे हैं.
प्रदूषण कम होता है- इलेक्ट्रिक या हाइब्रिड कारों की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ऐसी कारों से प्रदूषण बहुत कम होता है. अगर आप कार को स्लो स्पीड में चला रहे हैं तो ऐसे में इलेक्ट्रिक मोटर से कार को पावर मिलती है और आपका कम फ्यूल खर्च होता है. इससे पेट्रोल/डीजल कार के मुकाबले प्रदूषण भी कम होता है.
फ्यूल इंजन के साथ इलेक्ट्रिक मोटर- ऐसी कारों में फ्यूल इंजन के साथ इलेक्ट्रिक मोटर और बैटरी का भी इस्तेमाल किया जाता है. इसमें फ्यूल इंजन और इलेक्ट्रिक मोटर मिलकर काम करती है जिसकी वजह से कार का माइलेज ज्यादा होता है. इलेक्ट्रिक मोटर बैटरी से पावर लेती है.
फ्यूल खत्म होने के बाद भी चलेगी कार- कभी अचानक से फ्यूल खत्म होने पर ऐसी कार सबसे ज्यादा काम आती हैं. फ्यूल खत्म होने पर आप इलेक्ट्रिक मोटर की मदद से कार को कुछ किलोमीटर और चला सकते हैं. मुश्किल समय में ऐसी कार काफी फायदेमंद साबित होती हैं.
चलाने में स्मूथ होती है- हाइब्रिड कारें आम फ्यूल कारों की तुलना में चलाने में कहीं ज्यादा स्मूथ होती हैं. इन कारों में इलेक्ट्रिक मोटर की वजह से शोर और वाइब्रेशन भी काम होता है. जिससे आप अपनी जर्नी काफी आसान रहेगी.