Hyundai-Kia EV Plans: हुंडई और किआ ने बनाई नई रणनीति, EVs की बैटरी के लिए एक्साइड एनर्जी से किया समझौता
भारतीय बाजार के लिए अपनी ईवी योजनाओं के विस्तार के साथ, हुंडई और किआ का लक्ष्य अपने ईवी बैटरी उत्पादन को लोकलाइज करना है, खास तौर से लिथियम-आयरन-फॉस्फेट सेल्स पर ध्यान केंद्रित करना.
Exide Energy: हुंडई मोटर कंपनी और किआ कॉरपोरेशन ने अपने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) एक्सटेंड स्ट्रेटजी के हिस्से के रूप में, एक प्रमुख भारतीय बैटरी कंपनी एक्साइड एनर्जी सॉल्यूशंस (एक्साइड एनर्जी) के साथ रणनीतिक सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं.
इनके बीच हुआ समझौता
हुंडई मोटर ग्रुप के दक्षिण कोरिया में नामयांग रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर में हस्ताक्षर समारोह हुआ, जिसमें हुंडई मोटर और किआ के आरएंडडी डिवीजन के अध्यक्ष और प्रमुख हेउई वोन यांग, इलेक्ट्रिफिकेशन एनर्जी सॉल्यूशंस टेक यूनिट के प्रमुख चांग ह्वान किम, इलेक्ट्रिक व्हीकल पार्ट्स परचेजिंग सब-डिवीजन के प्रमुख डुक ग्यो जियोंग और एक्साइड एनर्जी के प्रबंध निदेशक और सीईओ डॉ. मंदार वी देव शामिल हुए.
स्थानीय तौर पर निर्मित होंगी ईवी बैटरियां
भारतीय बाजार के लिए अपनी ईवी योजनाओं के विस्तार के साथ, हुंडई और किआ का लक्ष्य अपने ईवी बैटरी उत्पादन को लोकलाइज करना है, खास तौर से लिथियम-आयरन-फॉस्फेट (एलएफपी) सेल्स पर ध्यान केंद्रित करना. कहा जाता है कि यह रणनीतिक कदम इन कंपनियों को भारतीय बाजार में अपने आगामी ईवी मॉडल में घरेलू तौर पर बने बैटरी को लगाने में अग्रणी के रूप में स्थापित करेगा.
कंपनी ने क्या कहा?
हुंडई और किआ के आरएंडडी डिवीजन के अध्यक्ष और प्रमुख हेई वोन यांग ने कहा, "भारत सरकार के कार्बन न्यूट्रॅलिटी लक्ष्यों के कारण इलेक्ट्रिक वाहन एक प्रमुख बाजार है, जो स्थानीय बैटरी उत्पादन के जरिए लागत को कॉम्पिटेटिव बनाने में मदद करेगा.” "एक्साइड एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड के साथ इस ग्लोबल पार्टनरशिप के माध्यम से, हम भारतीय बाजार में हुंडई मोटर और किआ के भविष्य के ईवी मॉडल को स्थानीय रूप से निर्मित बैटरी से लैस करके कॉम्पिटेटिव बेनिफिट्स प्राप्त करेंगे." एक्साइड एनर्जी के साथ यह स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप, हुंडई और किआ के भारतीय बाजार में अपने खास बैटरी डेवलपमेंट, प्रोडक्शन, आपूर्ति और साझेदारी का विस्तार करने के प्रयासों की शुरुआत है. भारत को दुनिया भर में एक बेहद आशाजनक ऑटोमोटिव बाजार के रूप में जाना जाता है और देश तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन और बिक्री में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में उभर रहा है. वित्त वर्ष 2024 में, भारत में ईवी की रिटेल सेल साल-दर-साल 42 प्रतिशत बढ़कर 1.67 मिलियन यूनिट हो गई, जिसमें इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया वाहन, कार और एसयूवी शामिल हैं.
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