Hydrogen Innovation Centre: न टाटा, न मारुति और न ही महिंद्रा, इस ब्रांड ने खोला तमिलनाडु में हाइड्रोजन इनोवेशन सेंटर
Hydrogen Innovation Centre in Tamil Nadu: हुंडई मोटर इंडिया तमिलनाडु सरकार के साथ में चेन्नई में हाइड्रोजन इनोवेशन सेंटर बनाने वाली है. ये इनोवेशन सेंटर 65,000 स्क्वायर फीट में बनने जा रहा है.
Hyundai Motor India with IIT Madras: हुंडई मोटर इंडिया तमिलनाडु सरकार के साथ मिलकर एक नया हाइड्रोजन इनोवेशन सेंटर स्थापित करने जा रही है. हुंडई इस प्रोजेक्ट के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास के साथ एसोसिएशन में है. इस प्रोजेक्ट की घोषणा तमिलनाडु इन्वेस्टर्स कॉन्क्लेव 2024 में की गई.
तमिलनाडु में खुलेगा हाइड्रोजन इनोवेशन सेंटर
तमिलनाडु में खुलने जा रहा हाइड्रोजन इनोवेशन सेंटर 65,000 स्क्वायर फीट में बनने जा रहा है. इस सेंटर को आईआईटी मद्रास के चेन्नई के कैंपस में ही बनाया जाएगा. इस सेंटर में ऑपरेशनल एक्टिविटी साल 2026 से शुरू हो सकती है. तमिलनाडु में खुल रहे इस सेंटर को राज्य सरकार का पूरा सपोर्ट मिल रहा है.
Good News for Tamil Youths !!!
— Professor Jason , Nellai (@ProfessorJason_) August 22, 2024
Hyundai Motor India Ltd (HMIL) today announced that it will set up a new hydrogen innovation centre in Tamil Nadu in association with the Indian Institute of Technology Madras (IITM) and Guidance Tamil Nadu, supported by the state government. pic.twitter.com/2mxxXFg4vu
180 करोड़ रुपये का निवेश
हाइड्रोजन इनोवेशन सेंटर के निर्माण के लिए 180 करोड़ रुपये का निवेश भी आया है. इस सेंटर में हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी इनोवेशन से जुड़ी सभी फैसिलिटी को दिया जाएगा. हुंडई मोटर इंडिया और तमिलनाडु सरकार सस्टेनेबल इकोसिस्टम बनाने के लिए काम कर रही है. इसके साथ ही सरकार ईंधन के दूसरे विकल्प की तलाश भी कर रही है.
हाइड्रोजन इनोवेशन सेंटर का उद्देश्य
हाइड्रोजन इनोवेशन सेंटर बनाने के साथ कई बातों पर ध्यान दिया जा रहा है. तमिलनाडु सरकार और हुंडई मोटर इंडिया इसके जरिए कई फैसिलिटी दे रही है. ये सेंटर 180 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 65,000 स्क्वायर फीट में बनने जा रहा है.
- ग्रीन हाइड्रोजन के विकास के लिए इलेक्ट्रोलाइजर टेस्टिंग मशीन को लगाया जाएगा.
- मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चैन के स्थानीयकरण के लिए फ्यूल सेल फेब्रिकेशन लाइन स्थापित की जाएगी.
- इसके साथ ही इस इनोवेशन सेंटर में फ्यूल सेल टेस्ट स्टेशन भी बनाए जाएंगे.
- हाइड्रोजन इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए ऑपरेशनल और डायग्नोस्टिक डिजिटल ट्विन भी दिया जाएगा.
- पायलट डेमोनस्ट्रेटर्स इलेक्ट्रोलाइजर्स और फ्यूल सेल्स का इस्तेमाल करेंगे.
- हाइड्रोजन मोबिलिटी रिसर्च के लिए हाइड्रोजन रीफ्यूलिंग स्टेशन को भी इस इनोवेशन सेंटर में लगाया जा रहा है.
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