2030 तक 5 नई इलेक्ट्रिक कारें लाएगी Hyundai Motor, पहला मॉडल हुंडई क्रेटा ईवी होगा लॉन्च
हुंडई मोटर इंडिया अगले नौ सालों में 20,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ अपने ईवी प्रोडक्ट पोर्टफोलियो का विस्तार करेगी. इस फंड का इस्तेमाल इंफ्रास्ट्रक्चर लगाने के लिए भी किया जाएगा.
Hyundai Motor: हुंडई मोटर ग्रुप ने 2030 तक भारतीय बाजार के लिए बड़े पैमाने पर पांच स्थानीय रूप से निर्मित इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बनाने की अपनी योजना का खुलासा किया है. इन अपकमिंग ईवी को कोरिया में हुंडई-किआ नामयांग रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर विकसित किया जाएगा. इलेक्ट्रिफिकेशन, मोबिलिटी अनुसंधान, स्थानीय भारतीय भाषाओं में वॉइस रिकॉग्निशन तकनीक का विकास और ऑटोनॉमस ड्राइविंग सहित सभी रिसर्च कार्य इस फैसिलिटी में किए जाएंगे.
हुंडई क्रेटा ईवी
हुंडई क्रेटा ईवी इस ईवी स्ट्रेटजी के तहत पहला वाहन होगा, जिसका उत्पादन दिसंबर 2024 में शुरू होने वाला है. जिसकी लॉन्चिंग 2025 की पहली छमाही में होने की उम्मीद है. क्रेटा ईवी के लिए स्पेसिफिकेशंस का खुलासा अभी नहीं किया गया है, लेकिन इसमें 45kWh बैटरी पैक और फ्रंट एक्सल पर स्थित सिंगल इलेक्ट्रिक मोटर मिलने की संभावना है. यह सेटअप ग्लोबल-स्पेक कोना ईवी के समान है. हुंडई क्रेटा ईवी की अपेक्षित रेंज लगभग 500 किमी प्रति चार्ज है. एसयूवी का इलेक्ट्रिक वेरिएंट अपडेटेड क्रेटा पर बेस्ड होगा, जिसमें अंदर और बाहर कुछ ईवी-स्पेसिफिक डिजाइन एलिमेंट होंगे.
इन कारों का आ सकता है इलेक्ट्रिक वेरिएंट
टाटा मोटर्स की तरह ही, हुंडई भी अपने अपकमिंग ईवी के लिए ICE-से-EV कन्वर्जन स्ट्रेटजी अपना सकती है. इस स्ट्रेटजी में मौजूदा मॉडलों के इलेक्ट्रिक वेरिएंट को पेश करना शामिल हो सकता है, जो प्रतिस्पर्धी प्राइस प्वाइंट पर आने के लिए विकास और उत्पादन लागत को कम करने में मदद करेगा. हालांकि हुंडई के स्पेसिफिक ईवी मॉडल की पुष्टि करना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन योजना में माइक्रो-एसयूवी सेगमेंट से एक एक्सटर ईवी, सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट से एक वेन्यू ईवी और 3-रो एसयूवी सेगमेंट से एक अल्काजार ईवी शामिल हो सकता है. चौथा प्रोडक्ट स्थानीय रूप से निर्मित हुंडई आयोनिक 5 हो सकता है, जिसे फिलहाल में भारत में कंप्लीट नॉक डाउन (CKD) यूनिट के रूप में आयात किया जाता है.
कंपनी करेगी बड़ा निवेश
हुंडई मोटर इंडिया अगले नौ सालों में 20,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ अपने ईवी प्रोडक्ट पोर्टफोलियो का विस्तार करेगी. इस फंड का इस्तेमाल हाई-टेक ईवी बैटरी असेंबली यूनिट बनाने, ईवी प्रोडक्ट बढ़ाने और राजमार्गों पर 100 चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए भी किया जाएगा.
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