India Auto Industry: भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में वित्त वर्ष 2023-24 में काफी बढ़त देखने को मिली है. ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ACMA) की रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 में ऑटो सेक्टर में 9.8 फीसदी की बढ़त हुई है. इस साल का टर्न ओवर 6.14 लाख करोड़ रुपये (74.1 बिलियन डॉलर) रहा है. ACMA भारत की ऑटो कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री का प्रतिनिधित्व करती है.


ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने हासिल की बढ़त


एसीएमए की प्रेसीडेंट श्रद्धा सूरी मारवाह और सीएमडी सुब्रो ने कहा कि अगर वाहनों के प्रोडक्शन में बढ़त को अलग कर लिया जाए, तो ऑटो कंपोनेंट सेक्टर में बढ़त की वजह कंपोनेंट सेक्टर में ज्यादा से ज्यादा वैल्यू एडिशन की वजह से है.


श्रद्धा सूरी मारवाह ने आगे कहा कि अगर ट्रेड पर नजर डाली जाए, तो इस साल मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट में भारत को नुकसान हुआ है. वहीं ऑटो कंपोनेंट एक्सपोर्ट में वैश्विक बदलाव के बाद भी बढ़त देखी गई है और लॉजिस्टिक कॉस्ट में भी बढ़त हासिल हुई है.


ACMA का ऑटो सेक्टर परफॉर्मेंस रिव्यू


भारतीय बाजार में ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर (OEMs) में 5.18 लाख करोड़ रुपये की ऑटो कंपोनेंट सेल हुई है, जिसमें वित्त वर्ष 2022-23 से 8.9 फीसदी की बढ़त देखी गई है. वहीं अगर ऑटो कंपोनेंट्स के एक्सपोर्ट की बात की जाए, तो इसमें 5.5 फीसदी का इजाफा हुआ है.


भारत के एक्सपोर्ट किए गए प्रोडक्ट में ड्राइव ट्रांसमिशन और स्टीयरिंग, इंजन कंपोनेंट्स, बॉडी और चेसिस, सस्पेंशन और ब्रेकिंग सिस्टम शामिल हैं. वहीं ऑटो कंपनेंट्स को इंपोर्ट करने की दर में 3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.


टर्नओवर में आया उछाल


अगर भारत के ऑटोमोबाइल बाजार पर डाली जाए, तो व्हीकल मूवमेंट बढ़ा है. इसके साथ ही यूज्ड व्हीकल्स की डिमांड में भी इजाफा देखा जा सकता है. इसी वजह से ऑटो सेक्टर के सभी सेगमेंट में उछाल देखा जा सकता है. वित्त वर्ष 2022-23 में मार्केट का टर्नओवर 85,333 करोड़ रुपये था. वहीं ये वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 93,886 करोड़ रुपये हो गया.


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