Flex Fuel Car: नितिन गडकरी ने टोयोटा की फ्लेक्स फ्यूल कार कोरोला एल्टिस से उठाया पर्दा, जानिए क्या है खासियत
फ्लेक्स-फ्यूल के कई फायदे हैं, क्योंकि यह ईवी की तुलना में सस्ती और बनाने में आसान है, इसके लिए किसी बाहरी चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता नहीं है और साथ ही यह उत्सर्जन के स्तर को भी कम करता है.
Toyota Corolla Altis: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने टोयोटा के इंपोर्टेड फ्लेक्सी-फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल (FFV-SHEV) कोरोला एल्टिस (Corolla Altis) के साथ देश में एक नए पायलट प्रोजेक्ट का अनावरण किया है. इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए टोयोटा की इस कार को ब्राजील से लाया गया है.
क्या है खासियत?
एक फ्लेक्स-फ्यूल इंजन वाली कार एक से ज्यादा प्रकार के ईंधन पर चल सकती है. यह कार इथेनॉल मिश्रित ईंधन पर भी चल सकती है. भारत ने पहले पांच महीने में ही 10% इथेनॉल सम्मिश्रण हासिल कर लिया है, जो कि तय समय से काफी आगे है, जबकि भारत का अगला कदम 2025-26 तक पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिश्रण को प्राप्त करना है. ब्राजील जैसे कई बाजारों में फ्लेक्स-फ्यूल कारें हैं जिनमें देश में अनवील की गई कार भी शामिल है. इस कार में एक फ्लेक्सी फ्यूल इंजन और एक इलेक्ट्रिक पावरट्रेन है. इसलिए, यह कार एक हाई क्वालिटी इथेनॉल के उपयोग और अधिक फ्यूल एफिशिएंसी का दोहरा फायदा प्रदान करती है. यह कार ईवी मोड पर भी चल सकती है और इस दौरान इंजन बंद रहता है. क्योंकि यह कार ब्राजील से आयात की गई है, इसलिए इस कार में कार में एक लेफ्ट हैंड ड्राइव यूनिट मिलता है और भारत में इसे अभी केवल पायलट प्रोजेक्ट के लिए लाया गया है. इसका इस्तेमाल इस प्रोजेक्ट के एक हिस्से के रूप में, भारत में FFV/FFV-SHEV के वेल-टू-व्हील कार्बन उत्सर्जन के बारे में अध्ययन करने के लिए एकत्रित डेटा को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के साथ साझा किया जाएगा. फ्यूल में एथेनॉल के मिश्रण में वृद्धि से भारत का ईंधन खर्च कम होगा और विदेशी मुद्रा की बचत होगी.
क्या हैं इस तकनीक के फायदे?
इस कार्यक्रम में नितिन गडकरी के अलावा अन्य अतिथियों के रूप में केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडे, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री श्री रामेश्वर तेली (दिल्ली सरकार) मौजूद रहें. फ्लेक्स-फ्यूल के कई फायदे हैं, क्योंकि यह ईवी की तुलना में सस्ती और बनाने में आसान है और इसके लिए किसी बाहरी चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता नहीं है और साथ ही यह उत्सर्जन के स्तर को भी कम करता है. ग्राहकों के लिए सबसे बड़ा फायदा यह है कि फ्लेक्स फ्यूल, रेगुलर पेट्रोल से सस्ता भी है और इसका इंजन पर भी कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है.
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