Alwar King Rolls-Royce Story: एक राजा, जिसने खरीदी छह रोल्स-रॉयस कार और बना दी कचरे की गाड़ी
Indian King Six Rolls-Royce Story: भारत के एक शासक ने अपनी बेइज्जती का बदला ऐसे लिया कि पूरी दुनिया में लग्जरी कार निर्माता कंपनी रोल्स-रॉयस का नाम खराब हो गया. कंपनी को राजा से माफी तक मांगनी पड़ी.
Indian King Rolls-Royce Story: रोल्स-रॉयस एक ऐसी शानदार लग्जरी कार है, जिसे ज्यादातर लोग अपने कलेक्शन में शामिल करने का ख्वाब देखते हैं. लेकिन इस ख्वाब को सच करने के लिए बड़ी महंगी कीमत चुकानी पड़ती है. ये कार केवल आज नहीं बल्कि सालों से लोगों के दिलों पर राज कर रही हैं.
वहीं हमारे देश के एक राजा ने केवल एक या दो रोल्स-रॉयस नहीं, बल्कि एक साथ छह रोल्स-रॉयस कार खरीदीं थीं. लेकिन राजा ने इन कारों में सफर करने की बजाय इन्हें कचरे की गाड़ी बना दिया. भारतीय शासक ने ऐसा क्यों किया, इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है, आइए जानते हैं.
कौन थे वो भारतीय शासक?
भारत के जिस शासक ने रोल्स-रॉयस कार को कचरे की गाड़ी बना दिया, वो थे अलवर के राजा जय सिंह प्रभाकर. अलवर के राजा को कई महंगी चीजें रखने का शौक था. उनके बारे में चीजें मशहूर हैं कि वो शानो-शौकत पर खासा ध्यान देते थे. वे दिन में कई बार कपड़े बदलते थे और कभी किसी खास अवसर पर पगड़ी भी बांधा करते थे.
राजा के दिल को भा गई Rolls-Royce
लेजेंड की रिपोर्ट के मुताबिक, अलवर के राजा जब एक बार साल 1920 में अपनी लंदन की यात्रा पर गए थे, तब उन्हें वहां रोल्स-रॉयस गाड़ियों का शोरूम नजर आया. उस शोरूम की डिस्प्ले पर छह लग्जरी गाड़ियां लगी थीं. राजा को वो सभी कार काफी पसंद आई और उन्होंने शोरूम के मालिक से कहा कि वो ये सभी कार खरीदना चाहते हैं.
राजा की बात को सुनते ही शोरूम के मालिक को लगा कि कोई उनके साथ मजाक कर रहा है और उन्हें राजा को बेइज्जत करके शोरूम से निकाल दिया. शोरूम के मालिक को इस बात को अंदाजा नहीं था कि वो भारत के एक शासक हैं, क्योंकि अलवर के राजा उस शोरूम में साधारण कपड़ों में गए थे.
अलवर के राजा ने लिया बदला
राजा जय सिंह प्रभाकर को ये सब सहन नहीं हुआ. इसके बाद उन्होंने अपने दूतों से उसी शोरूम में सूचना भेजी कि भारत के एक शासक यहां आने वाले हैं. ऐसा जानने के बाद उनके स्वागत में लाल कार्पेट बिछवाया गया और राजा का सच जानने के बाद उन्हें आदर के साथ बुलाया गया. राजा ने सभी छह रोल्स-रॉयस खरीदीं और भारत भेजने के लिए कहा.
राजा की मंगाई हुईं रोल्स-रॉयस जैसे ही भारत आईं, जय सिंह प्रभाकर ने उन्हें अपने इस्तेमाल में नहीं लिया, बल्कि नगर निगम में उन्हें कचरा इकट्ठा करने वाली गाड़ी बना दिया. वे चाहते थे कि इससे रोल्स-रॉयस कंपनी की बेइज्जती हो. इसके साथ ही राजा ने उन्हें सबक सिखाया कि लोगों को उनके पहनावे के आधार पर नही जांचना चाहिए.
देश-विदेश में कुख्यात हुई रोल्स-रॉयस
ये खबर आग की तरह दुनिया में फैली कि भारत में रोल्स-रॉयस कचरा उठाने वाली गाड़ी के तौर पर इस्तेमाल की जा रही है. इससे रोल्स-रॉयस कंपनी डर गई और उन्हें समझ आ गया कि उनसे बहुत बड़ी गलती हो गई है.
राजा ने कर दिया माफ
रोल्स-रॉयस ने राजा से अपने स्टाफ द्वारा हुई गलती के लिए टेलीग्राम भेजकर माफी मांगी. राजा जय सिंह ने माफी के उस संदेश को देखकर रोल्स-रॉयस गाड़ियों के कूड़ा उठाने वाले काम को बंद कर दिया और कंपनी को माफ भी कर दिया. इसके साथ ही कंपनी ने राजा के लिए बिना किसी कीमत के छह गाड़ी उपहार में लेने का निवेदन भी किया. राजा ने रोल्स-रॉयस ने इस उपहार को स्वीकार कर लिया.
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