जीप इंडिया ने गणपति की छवि बनाने के लिए 122 कम्पास SUVs का किया इस्तेमाल, बना डाली ये खूबसूरत छवि
बनाई गई गणपति की छवि 162 फीट लंबी, 185 फीट चौड़ी थी और इन कारों को उतारने में 8 ड्राइवरों का इस्तेमाल किया गया. ऐसे करने में और एक एक रंग की कार को जोड़कर गणपति का आकार देने में कर्माचारियों को कुल 50 घंटे का समय लगा.
कोरोनोवायरस महामारी ने देश के अधिकांश हिस्सों में त्योहारों के रंग को फीका कर दिया है ऐसे में जीप इंडिया ने गणेश चतुर्थी मनाने के लिए एक अलग तरीका अपनाया. इस तथ्य को देखते हुए कि कंपनी का प्लांट पुणे के पास रंजनगांव में है, जिसे 'अस्टविनायक' तीर्थ स्थलों में से एक के रूप में जाना जाता है, जीप कम्पास एसयूवी ने फैसला किया कि वो अपने कारों की मदद से कुछ अलग बनाएगी. जीप कम्पास की 122 यूनिट्स का इस्तेमाल एक गणपति की छवि बनाने के लिए किया गया जिसका परिणाम अंत में काफी सुंदर दिखा.
कोरोना वायरस को देखते हुए कंपनी के कर्मचारियों ने सावधानीपूर्वक यह सुनिश्चित किया कि सब कुछ चाक-चौबंद हो और हर व्यक्ति नियमों का पालन करे. ऐसे में सभी ने सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल का पालन किया और एक-एक कर कारों को बाहर निकालकर तैनात किया.
Inspired by the greatest remover of obstacles, we found a way to celebrate safely, smartly and in a way that only Jeep can. Happy #GaneshChaturthi #MyBigGanesha #GanpatiBappaMorya #Ganeshotsav #AnantChaturdashi #OIIIIIIIO #Jeep #JeepIndia #TheresOnlyOne #ItsAJeepThing pic.twitter.com/7fluphyQ5g
— Jeep India (@JeepIndia) September 1, 2020
बनाई गई गणपति की छवि 162 फीट लंबी, 185 फीट चौड़ी थी और इन कारों को उतारने में 8 ड्राइवरों का इस्तेमाल किया गया. ऐसे करने में और एक एक रंग की कार को जोड़कर गणपति का आकार देने में कर्माचारियों को कुल 50 घंटे का समय लगा.
जीप कंपास कंपनी के लिए एक मजबूत विक्रेता रहा है और अब वह अपने एसयूवी के साथ अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करने पर विचार कर रहा है और संभावना है कि इसे सब -4 मीटर सेगमेंट में भी लॉन्च किया जाएगा.