मैनुअल गियर वाली कार चलाते वक्त इन बातों का रखें ख्याल, नहीं होगा एक्सीडेंट
कार चलाना तो आजकल हर कोई जानता है लेकिन सही ड्राइविंग आना बड़ी बात होती है. कई बार ड्राइविंग के दौरान की जाने वाली हमारी छोटी-छोटी गलतियां भारी पड़ जाती हैं. इसलिए कार चलाते वक्त इन बातों का विशेष ख्याल रखें.
भले ही आजकल ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारें मार्केट में आ रही हैं लेकिन फिर भी सड़कों पर सबसे ज्यादा आपको मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कार ही नज़र आएंगी. हालांकि ओटोमैटिक के मुकाबले मैनुअल कार चलाना थोड़ा मुश्किल जरूर होता है. लंबे वक्त तक या फिर जाम में सी कार ड्राइविंग काफी थकाने वाली होती है. ऐसे में मैनुअल कार चलाते वक्त आपको ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत होती है. आज हम आपको ऐसी बातें बता रहे हैं जिससे आपकी ड्राइविंग थोड़ी आसान और सुरक्षित रहेगी. ड्राइव करते वक्त आप इन टिप्स को फोलो करें.
स्टीयरिंग पर रखें हाथ
ज्यादातर लोगों की आदत होती है कि वो अपना एक हाथ स्टीयरिंग व्हील पर और दूसरा हाथ गियर लिवर या शिफ्टर पर रखते हैं. भले ही आपको बार बार गियर न बदलना पड़ रहा हो लेकिन आपका हाथ गियर शिफ्ट करने से ज्यादा आराम की मुद्रा में होता है. इससे गियर बॉक्स को नुकसान पहुंचने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं. गियर पर हल्का सा दबाव गियरबॉक्स को नुकसान पहुंचता सकता है. इसलिए ध्यान रखें स्टीयरिंग पर आपका हाथ घड़ी में सवा नौ या पौने तीन वाली स्थिति में होना चाहिए.
क्लच से पैर रखें दूर
कुछ लोगों को ड्राइविंग के दौरान क्लच पर ही पैर रखने की आदत होती है. ऐसा इसलिए करते हैं जिससे तुरंत गियर बदल सकें. लेकिन अगर आपको भी ऐसी आदत है तो इसे छोड़ दें. इससे आपका क्लच खराब हो सकता है. इसके अलावा क्लच पर पैर रखने का ये भी नुकसान है कि जब कभी आपको अनाचक ब्रेक लगाने की जरूरत पड़ेगी, तो आपका जल्दबाजी में ब्रेक लीवर दबाने की बजाय क्लच लीवर दबा देगें. इससे दुर्घटना भी हो सकती है.
हैंडब्रेक का करें इस्तेमाल
अगर पहाड़ी रास्तों पर ड्राइविंग कर रहे हैं तो जब वाहन ऊपर चढ़ रहा होता है तो ड्राइवर क्लच पैडल पर हल्के दबाव के साथ पैर रख लेते हैं, वहीं जब चढ़ाई के दौरान गाड़ी को पावर की जरूरत होती है, तो क्लच पर पैर रखने के साथ एक्सलरेटर भी दबाते हैं, लेकिन यह तकनीक बिल्कुल गलत है. इसकी बजाय आप क्लच पैडल पर रखने की बजाय हैंडब्रेक का इस्तेमाल कर सकते हैं.
गियर में रखें कार
ढलान से उतरते वक्त कई लोग कार को कोन्यूट्ल में कर देते हैं. ये सोच कर कि नीचे की तरफ जाने पर गियर की जरूरत नहीं पड़ती और तेल की भी बचत होती है. लेकिन ये तकनीक बिल्कुल गलत है. न्यूट्रल में ड्राइव करने पर गाड़ी पर इंजन का कंट्रोल नहीं होता है, साथ ही इससे ब्रेक भी ओवरहीट हो जाते हैं. बेहतर है कि ढलान से उतरते वक्त गाड़ी को गियर में रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर उसे कंट्रोल कर सकें.
आरपीएम पर रखें नजर
आप इंजन की परफॉरमेंस को आरपीएम के जरिए जान सकते हैं. ज्यादा आरपीएम का मतलब है कि आप जरूरत से ज्यादा इंजन पर जोर दे रहे हैं. रेस लगाने के चक्कर में लोग ज्यादा आरपीएम पर गियर बदलने से नहीं चूकते, लेकिन ये आदत लंबे वक्त में इंजन के साथ गियरबॉक्स को भी खराब कर सकती है. इसलिए कम आरपीएम पर ही गियर बदलें.