आप अगर कार चलाना सीख रह हैं तो कुछ बातों का आपको जरूर ध्यान रखना चाहिए. आज हम आपको कुछ ऐसे ही टिप्स बताएंगे जो कि ड्राइविंग सीखने में आपकी बहुत मदद करेंगे.


ट्रैफिक नियम



  • ट्रैफिक नियमों की पूरी और सही जानकारी होना बहुत जरूरी है.

  • ट्रैफिक नियमों की न सिर्फ जानकारी जरूरी है बल्कि इनका पालन करना भी उतना ही जरूरी है.

  • ट्रैफिक नियमों के पालन करने से ही आप सुरक्षित गाड़ी चला पाएंगे.


सिमुलेटर



  • अगर आप गाड़ी चलना सीखना चाहते हैं तो इसकी शुरूआत सिमुलेटर से करें.

  • सिमुलेटर वीडियो गेम की तरह होता है. इसमे एक केबिन, स्टीयरिंग एवं थ्रीडी स्क्रीन होती है जिस सड़क नजर आती है. केबिन में स्टीयरिंग, गियर, क्लच, ब्रेक आदि होते हैं.

  • सिमुलेटर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि एक सुरक्षित केबिन में बैठकर ड्राइविंग सीखने वाला व्यक्ति ड्राइविंग की सभी बारिकियां समझ लेता है.

  • कई ड्राइविंग स्कूल सिमुलेटर की मदद से लोगों को कार चलाना सिखा रहे हैं.


तेज स्पीड को कहें ना



  • कार चलाते वक्त रफ्तार को कंट्रोल रखें. तेज रफ्तार से गाड़ी चलाना मतलब खतरे को न्योता देना है. सड़क पर कार धीरे ही चलानी चाहिए.


सीट बेल्ट है जरूरी



  • कार चलाते समय सीट बेल्ट जरूर पहनें. कार में अपने साथ बैठ शख्स को भी सीट बेल्ट पहनने के लिए कहें. यह आपकी सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है.


उचित दूरी 



  • कार चलाते समय सामने वाले वाहन से हमेशा उचित दूरी बनाए रखें.

  • जब आप हाईवे पर कार चला रहे हों तो  आगे वाली गाड़ी से कम से कम 70 मीटर की दूरी रहना जरूरी है.


ड्राइविंग के वक्त सड़क पर रहें नजरें



  • आप जब कार चला रहे हों तो निगाहें सिर्फ सड़क पर रखें.

  • ड्राइविंग करते समय फोन का इस्तेमाल बिल्कुल न करें.

  • कार में बैठे लोगों से बातचीत करने से भी बचना चाहिए.

  • गाड़ी चलाते वक्त कुछ नहीं खाना चाहिए.

  • गाड़ी चलाने वाले का ध्यान सिर्फ गाड़ी चलाने पर होना चाहिए.


मिरर



  • कार चलाने से पहले अपनी सीट को सही तरह से एडजस्ट कर लें.

  • रियर व्यू मिरर और विंग मिरर (साइड मिरर) का सही इस्तेमाल करें.

  • सभी मिरर सही से दिखाई देने चाहिए, जिससे दाएं, बांए या फिर पीछे से आ रही गाड़ी पर स्पष्ट निगाह बनी रहे.

  • कार को रिवर्स करते समय पीछे देखने या कार के बाहर सिर निकालने से बचना चाहिए. 


नियमित सर्विंसिंग



  • कार की सर्विसिंग नियमित रूप से करवाएं.

  • कार की ऑइल चेंज, टायर प्रेशर की जांच, टायर को नियमित रूप से रोटेट करते रहना, ब्रेक फ्लुइड और कूलेंट लेवल की जांच नियमित रूप से होना जरूरी है.

  • जरूरी कागजात और इमरजेंसी किट कार में हमेशा होनी चाहिए. किसी दुर्घटना, ब्रेकडाउन या आपात स्थिति में यह काम आते हैं. 


इन बातो का भी रखें ध्यान



  • मौसम खराब है तो ड्राइविंग करने से बचें. 

  • बारिश का मौसम, तेज हवा और बर्फबारी में ड्राइविंग करना मुश्किल होता है.

  • बारिश में अगर ड्राइविंग करनी पड़ जाए तो कार की रफ्तार कम रखें. 


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