कोरोना काल में बढ़ी सेकेंड हैंड कारों की डिमांड, अगर आप भी कर रहे हैं प्लानिंग तो इन बातों का रखें ध्यान
कोरोना वायरस महामारी के बीच सेकेंड हैंड कारों को लोग ज्यादा लेना पसंद कर रहे हैं. ऐसे में अगर आप भी पुरानी कार लेने की सोच रहे हैं तो आपको कुछ जरुरी बातों का ध्यान रखना होगा.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के बीच हर कोई पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने से बच रहा है. पिछले महीनों लॉकडाउन के कारण लोगों का नई कार लेने का बजट बिगड़ गया है. ऐसे में ज्यादातर लोग सेकेंड हैंड कारों की तरफ देख रहे हैं. अगर आप भी पुरानी कार लेने की प्लानिंग कर रहे हैं तो इससे पहले आपको कई बातों का ध्यान रखना पड़ेगा. आइए जानते हैं वो कौनसी बातें हैं.
RC की करें सही से जांच
पुरानी कार कार खरीदते समय RC भी ठीक से चेक करें, RC में लिखी तारीख बोनट के नीचे गाड़ी की मैन्युफैक्चर तारीख से मिलती है या नहीं यह भी चेक कर लें.
सर्विस हिस्ट्री चेक करें
जो भी पुरानी कार कार अपने पसंद की है, उसकी फाइनल डील करने से पहले कार की सर्विस हिस्ट्री देखें, इससे आपको इस बात का पता चल जायेगा कि कार की सर्विस कब और कितनी बार हुई है.सर्विस हिस्ट्री से यह भी पता चल जाएगा कि इंजन ऑयल सही समय पर बदलवाया है या नहीं.
देखें इंश्योरेंस कराया है या नहीं, करें चेक
पुरानी कार कार खरीदते समय उसका इंश्योरेंस देख लें कि जो कार आपको बेची जा रही है, उसका इंश्योरेंस कराया गया है या नहीं. इंश्योरेंस के पेपर्स आपके नाम से ट्रांसफर हो जाए, यह भी सुनिश्चित करा लें. ध्यान रहे कि कार बेचने की तारीख तक उस कार का रोड टैक्स चुका दिया गया है या नहीं.
मैकेनिक की निगरानी में खरीदें कार
जब भी कोई पुरानी कार कार फाइनल करने जाएं तो एक बार किसी जानकार मैकेनिक को भी जरूर साथ लेकर जाएं, क्योंकि मैकेनिक कार को देखकर और उसे स्टार्ट करके आपको बता देगा कि यह खरीदने लायक है या नहीं.जिस कार को आप खरीदने जा रहे हैं उसकी ठीक से टेस्ट ड्राइव की करके देखें, बिना ड्राइव किये सौदा फाइनल न करें. कार चलाकर उसका पिकअप, गियर शिफ्टिंग, एक्सिलेरेटर का पता लगाया जा सकता है कि इनमें कोई खराबी तो नहीं है.
NOC लेना न भूलें
कार को खरीदते वक्त कार मालिक से उसकी एनओसी जरूर ले लें ,साथ ही ध्यान रखे कि कार पर कोई लोन तो नहीं चल रहा है,अगर कार को लोन लेकर कार खरीदी गई है तो आपको उस व्यक्ति से ‘नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट' लेना जरूरी है. यह सर्टिफिकेट इस बात का प्रमाण होगा कि उसने लोन की सारी रकम चुका दी है.
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