Kia Future Plan: किआ इंडिया रणनीतिक रूप से अपने प्रोडक्ट लाइनअप में बड़े सुधार, निर्यात पर अंकुश लगाने और आगामी वर्ष में अपने नेटवर्क का विस्तार करके भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिति मजबूत करने के लिए तैयारी कर रही है. किआ इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर ताए-जिन पार्क ने एक ऑनलाइन मीडिया प्रकाशन के साथ एक इंटरव्यू में कंपनी के इस फ्यूचर प्लान का खुलासा किया, जिसमें कंपनी के लिए चौथे सबसे बड़े बाजार के रूप में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया. भारतीय बाजार में कंपनी लगभग 300,000 यूनिट्स की बिक्री करती है, जो कि किआ की ग्लोबल बिक्री का 10 प्रतिशत है. हालांकि यह संख्या दक्षिण कोरिया के घरेलू बाजार से काफी कम है, जहां किआ लगभग 700,000 से 750,000 यूनिट्स गाड़ियों की बिक्री करती है और लगभग 650,000 यूनिट्स और 550,000 यूनिट्स की बिक्री के साथ क्रमशः अमेरिका और यूरोपीय बाजार भी भारत से आगे हैं.


सेल्टॉस की है बहुत ज्यादा डिमांड


अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर किआ ने जुलाई 2023 में सेल्टोस फेसलिफ्ट को पेश किया, जिसमें इंटीरियर और एक्स्टीरियर दोनों में बड़े अपग्रेड किए गए थे. इस एसयूवी के टॉप वेरिएंट की डिमांड बहुत ज्यादा है, जो कि इसकी कुल बुकिंग का लगभग 70 से 80 प्रतिशत है. जनवरी 2024 में होने वाली नई किआ सोनेट फेसलिफ्ट की लॉन्चिंग भी कंपनी की इसी रणनीति का हिस्सा है. आंध्र प्रदेश स्थित मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में कंपनी, 3.4 लाख यूनिट्स की वार्षिक उत्पादन क्षमता के साथ, सेल्टॉस और सोनेट एसयूवी का उत्पादन करती है. 


स्थानीय तौर पर होगा EVs का निर्माण


भविष्य को देखते हुए, ताए-जिन पार्क ने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) कंपोनेट्स के लोकलाइजेशन के लिए किआ की योजनाओं का खुलासा किया, जो कि कंपनी के 2025 तक बड़े पैमाने पर बाजार में आने वाले ईवी के स्थानीय तौर पर बनाने के लक्ष्य को दर्शाती है. जिसमें चेन्नई में बैटरी उत्पादन भी शामिल है. किआ स्थानीय स्तर पर तैयार ईवी को वैश्विक बाजारों में निर्यात करने की क्षमता को विकसित कर रही है. इसके साथ ही किआ ने अपने लाइनअप में हाइब्रिड तकनीक और सीएनजी के विकल्पों को भी शामिल करने के संकेत दिए हैं.


एक्सपोर्ट बढ़ाएगी कंपनी


आने वाले वर्षों में भारतीय ऑटोमोटिव बाजार के अंदर मूल्य निर्धारण और उत्पादन की गति को बढ़ाने की उम्मीद के साथ किआ इंडिया का लक्ष्य, अपने उत्पादन का 10 प्रतिशत एक्सपोर्ट के लिए रिजर्व करना है. अप्रैल 2023 में, कंपनी ने 2 लाख से ज्यादा गाड़ियों का निर्यात करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की, जिसमें सेल्टोस का सबसे बड़ा योगदान रहा. भारत में आने के बाद चार साल से भी कम समय में, किआ ने अपने ग्लोबल फुटप्रिंट को बरकरार रखते हुए 95 देशों में वाहनों का सफलतापूर्वक निर्यात किया है.


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