Kia Motors: सोनेट, सेल्टोस और कैरेंस में अपने डीजल मैनुअल वेरिएंट को बंद करने वाली है किआ, जानिए क्या है कारण
कंपनी डीजल रेंज में iMT को स्टैंडर्ड तौर पर रख के कंपनी अपने पोर्टफोलियो की मजबूत करने जा रही है. इससे इन कारों के वैरिएंट लाइनर में भी कमी देखने की मिलेगी.
Kia Discontinuing Diesel Manual Model: दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता कंपनी किआ मोटर्स, अपने इलेक्ट्रिक वाहनों पर तेजी से काम कर रही है. इलेक्ट्रिक वाहन के सेगमेंट में कंपनी फिलहाल भारत में ईवी6 की बिक्री करती है, जो कि एक इलेक्ट्रिक कॉम्पैक्ट क्रॉसओवर है. आने वाले समय में कंपनी अन्य इलेक्ट्रिक कारों को भी भारतीय बाजार में उतार सकती है. इस बीच यह खबर आ रही है कि कंपनी अपने सबसे अधिक बिकने वाले मॉडल्स के डीजल मैनुअल वेरिएंट को बंद करने वाली है.
किआ बंद कर रही है डीजल मैनुअल?
कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अगले कुछ महीने में किआ सेल्टोस, सॉनेट और कैरेंस के डीजल मैनुअल वेरिएंट को बंद किया जा सकता है. इसके बाद अब डीजल इंजन पसंद करने वाले लोगों के पास इंटेलिजेंट मैनुअल ट्रांसमिशन का विकल्प बचेगा. यह एक ऑटोमेटिक क्लच ऑपरेशन के साथ एक मैनुअल ट्रांसमिशन है. फिलहाल केवल सेल्टोस में 6-स्पीड मैनुअल और ऑटोमैटिक वेरिएंट के अलावा 1.5-लीटर डीजल मोटर के साथ 6-स्पीड iMT का विकल्प मिलता है. जबकि सॉनेट और करेंस डीजल वेरिएंट में केवल मैनुअल ट्रांसमिशन और ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन का विकल्प मिलता है.
क्यों हो रहा बंद
किआ की कारों में डीजल रेंज में iMT को छोड़कर मैनुअल ट्रांसमिशन को बंद करने के लिए कस्टमर प्रिफरेंस एक कारण हो सकता है. इससे किआ के वैरिएंट लाइनअप में भी कमी आएगी, जिसे प्रोडक्शन स्कीम, सोर्सिंग और CO2 उत्सर्जन से निपटने के लिए अच्छा माना जा रहा है.
क्या है iMT वैरिएंट
Hyundai और Kia का कारों में iMT वेरिएंट देने का उद्देश्य एक मैनुअल गियरबॉक्स और AMT के बीच बैलेंस बनाना है, जिससे ड्राइवर को क्लचिंग और डी-क्लचिंग का ध्यान रखते हुए शिफ्टिंग पर पूरा कंट्रोल रखने की अनुमति मिलती है. इस केवल टू पैडल ड्राइविंग कंट्रोल मिलता है. लेकिन इससे ड्राइविंग काफी आसान बन जाती है. यह एक रेगुलर एमटी के समान परफॉर्मेंस देने में सक्षम है. एक फुल एएमटी से अधिक किफायती भी है.
बंद हो सकते हैं डीजल मॉडल्स
कंपनी डीजल रेंज में iMT को स्टैंडर्ड तौर पर रख के कंपनी अपने पोर्टफोलियो की मजबूत करने जा रही है. इससे इन कारों के वैरिएंट लाइनर में भी कमी देखने की मिलेगी. भारत सहित दुनिया भर में उत्सर्जन मानदंड कड़े होने के कारण अब डीजल इंजन वाली कारों के लिए अंतिम दौर चल रहा है. iMT के साथ आने वाली ये कारें भी कंपनी की अंतिम डीजल इंजन कारें हो सकती हैं.