कार इंश्योरेंस के प्रीमियम को घटाने का बेस्ट तरीका, इंश्योरेंस कराते वक्त ध्यान रखें ये बातें
अगर आपकी कार बीमा पॉलिसी खर्च बढ़ा रही है तो इन बातों को ध्यान में रखकर आप इंश्योरेंस की प्रीमियम कम कर सकते हैं.
मंहगाई के इस दौर में कार खरीदना लोगों के लिए मुश्किल हो रहा है इसीलिए ज्यादातर लोग लोन लेकर वाहन खरीदने लगे हैं. हालांकि लोन के बाद हर महीने ईएमआई का बोझ भी लोगों को परेशान करता है और उस पर कार के बीमा की किस्त पॉकेट पर और भारी पड़ती है. आजकल वाहनों का इश्योरेंस बहुत महंगा हो गया है. इसके लिए आपको करीब 30 से 40 हजार रुपए चुकाने पड़ते हैं. वहीं कई बार इंश्योरेंस के नाम पर लोग आपका फायदा भी उठा लेते है. इसलिए जब भी इंश्योरेंस कराएं कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें. आप चाहें तो इन टिप्स को फॉलो करके अपनी कार इंश्योरेस के प्रीमियम को भी कम कर सकते हैं.
सभी कंपनी के इंश्योरेंस को कम्पेयर करें आप जब कार का इंश्योरेंस कराएं या उसे रिन्यू कराएं उससे पहले मार्केट में सभी इंश्योरेंस कंपनियों के प्लान के बारे में जरूर जान लें. अलग अलग कंपनी के इंश्योरेंस प्रोवाइडर्स से संपर्क करके कोटेशन मंगा लें. अक्सर डीलर आपको मंहगी इंश्योरेंस पॉलिसी बताते हैं. ऐसे में आप दूसरी कंपनियों के कोटेशन से उसे कम्पेयर कर सकते हैं. आपको जो इंश्योरेंस पॉलिसी अपनी जरूरत के हिसाब से सही लगे आप चुन सकते हैं.
बीमा कंपनी से डिस्काउंट भी मांगे जब भी अपने वाहन का इंश्योरेंस कराएं डीलर या इंश्योरेंस प्रोवाइडर से डिस्काउंट के बारे में जरूर पूछें. अगर आपने कम क्लेम लिए हैं, तो बीमा कंपनियां इसे ध्यान में रखती हैं. ऐसे में आप नो क्लेम बोनेस की मांग कर सकते हैं. साथ ही ट्रैफिक रुल्स को अच्छी तरह फॉलो करने वालों को कई बीमा कंपनियां अतिरिक्त छूट भी देती हैं.
अपने हिसाब से चुनें कार इंश्योरेंस पॉलिसी अगर आपको इंश्योरेंस प्रीमियम कम करना है तो आप अपनी जरूरत के हिसाब से पॉलिसी को कस्टमाइज करा सकते हैं. हालांकि कंपनियां कुछ पैकेज भी देते हैं, जैसे चाबी गुम होने पर क्लेम, इसके अलावा इंजन सिक्योर, रोड साइड असिस्टेंस, निजी सामान के खोने पर क्लेम जैसे फायदे ऑफर करती हैं. इससे आपका प्रीमियम बढ़ता जाता है. आप चाहें तो अपने हिसाब से कम प्रीमियम वाली पॉलिसी चुन सकते हैं.
एंटी-थेफ्ट डिवाइस अगर आपकी कार में जीपीएस, स्टीयरिंग लॉक जैसे डिवाइसेज लगे हैं. जिससे कार चोरी होने का खतरा कम हो जाता है इससे आपकी कार भले ही थोड़ी मंहगी हो जाएगी लेकिन आपकी बीमा पॉलिसी का बोझ भी थोड़ा कम हो जाएगा.
कार में बाहर से मॉडिफिकेशन न कराएं आजकल लोग अपने हिसाब से अपनी कार या बाइक को मॉडिफाई करा लेते हैं, जैसे गाड़ियों में ऑफ्टर मार्केट साइलेंसर किट, एलईडी डीआरएल, अनऑथराइज्ड सीएनजी किट लगवा लेते हैं. ऐसा करने से आपकी कार की वारंटी भी खत्म होती है और इंश्योरेंस कंपनियां भी अपना प्रीमियम बढ़ा देती हैं. इसलिए खर्च से बचना है तो कार में मॉडिफिकेशन न कराएं.