इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है ये चार्जिंग सिस्टम, 3500 रुपये तक हो सकती है कीमत
सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा देने के लिये कई योजनाओं पर काम कर रही है, जिनका मुख्य उद्देश्य इलेक्ट्रिक व्हीकल और उससे जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर की लागत को कम करना है. इसी कड़ी में देश में सस्ते चार्जप्वाइंट को उतारने की तैयारियां शुरू हो गयी हैं
Low Price Charging System: देश में जल्द ही इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए एक बेहद ही सस्ता चार्जिंग सिस्टम बाजार में उतारा जा सकता है. ये सिस्टम टू-व्हीलर और थ्री-व्हीलर के लिए होगा और इसके अगले छह महीनों में बाजार में आने की उम्मीद है. देश में इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए ये गेमचेंजर साबित हो सकता है. इस नए चार्जिंग सिस्टम को सरकार और इंडस्ट्री की पार्ट्नर्शिप से तैयार किया गया है और इसकी कीमत 3,500 रूपये तक हो सकती है. इस चार्जिंग सिस्टम में एक चार्जर, एक छोटा इलेक्ट्रिक सॉकेट शामिल है. जो मोबाइल फोन और ऑनलाइन पेमेंट ऐप से कम्यूनिकेट कर सकता है.
सरकार के प्रिन्सिपल साइंटिफिक एडवाइजर से सम्बद्ध डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलजी (DST) और इलेक्ट्रिक गाड़ियों की इंडस्ट्री एवं रीसर्च ग्रूप ने मिलकर इस सिस्टम को तैयार किया है. ये हर तरह के मौसम को देखते हुए तैयार किया गया है. इसे ऐसे किसी भी स्थान पर इंस्टाल किया जा सकता है जहां 220-volt और 15-ampere की पॉवर लाइन उपलब्ध हो. मेट्रो, रेल्वे, शॉपिंग मॉल, हॉस्पिटल, ऑफिस और अपार्टमेंट आदि के पार्किंग लॉट में इनको बेहद आसानी से इंस्टॉल किया जा सकता है.
बेहद कम समय में होगी गाड़ियां चार्ज
चार्जिंग इन्फ़्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर काम कर रही गवर्न्मेंट कमिटी चेयरमेन वी सुमंतरन के अनुसार, "भारत में चार्जिंग स्टेशन की कमी के चलते अब तक लोग इलेक्ट्रिक गाड़ियों को अपनाने से परहेज कर रहे हैं. इस नए चार्जिंग सिस्टम के आने से लोगों को इस समस्या से समाधान मिल जाएगा. ये इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसे कहीं भी बेहद ही कम कीमत पर लगाया जा सकता है. लोग केवल चंद मिनटों में ही अपनी गाड़ी को चार्ज कर सकेंगे."
इसकी मदद से किसी भी गाड़ी को आधे घंटे से 45 मिनट में पूरी तरह से चार्ज किया जा सकता है. इस समय इन गाड़ियों में जो बैटरी मौजूद हैं उन्हें एक बार चार्ज करने पर आप 80 से 100 किलोमीटर की दूरी तय कर सकते हैं. चार्जिंग प्वाइंट की कीमत कम होने से इलेक्ट्रिक व्हीकल को चार्ज करने की समस्या काफी कम हो जायेगी, क्योंकि कम कीमत के साथ चार्जिंग प्वाइंट की उपलब्धता काफी बढ़ जायेगी. जिससे लोग अपने व्हीकल को अपनी सुविधा के अनुसार चार्ज कर सकेंगे.
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