Mahindra & Mahindra: इन गाड़ियों के सहारे, ग्लोबल मार्केट में अपनी धमक बढ़ाने की तैयारी कर रही महिंद्रा
घरेलू बाजार में गाडियों पर वेटिंग पीरियड कम करने और एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए, महिंद्रा ने मंथली प्रोडक्शन को 49,000 यूनिट्स तक बढ़ाने के लिए काम शुरू कर दिया है.
Mahindra & Mahindra cars: भारत की दिग्गज एसयूवी ऑटोमेकर अपने ग्लोबल रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए, इसे डायवर्सिफाई कर इसका विस्तार करना चाहती है. कंपनी के नए ग्लोबल पोर्टफ़ोलियों में एक्सयूवी700 जैसी गाड़ियों के साथ साथ आने वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियों की नई रेंज को शामिल किया जायेगा.
इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, कंपनी अपनी स्कॉर्पियो-एन और थार एसयूवी से अगले दो सालों में ग्लोबल बाजार के राजस्व में लगभग तीन गुना बढ़ोतरी का लक्ष्य लेकर चल रही है.
महिंद्रा एंड महिंद्रा के कार्यकारी निदेशक और मुख्य कार्यकारी (ऑटोमोटिव एंड फार्म इक्विपमेंट) राजेश जेजुरिकर के मुताबिक, कंपनी का लक्ष्य FY 2026 तक ग्लोबल रेवेन्यू को 2.5 गुना तक बढ़ाना है. हम ऐसे किफायती उत्पाद बना रहे हैं, जो ताकि वे कम कीमत पर दुनिया के बेहतरीन उत्पादों को टक्कर दे सकें. हमारा मानना है कि हमारी गाड़ियां अब उस स्थिति में हैं, कि जहां हम दुनिया भर में इस सेगमेंट की गाड़ियों से मुकाबला कर सकते हैं.
महिंद्रा ने अपनी गाड़ियों को ग्लोबल बाजार में गहराई तक ले जाने के लिए तैयार किया है.
मौजूदा समय में महिंद्रा, दक्षिण एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और लैटिन अमेरिका के कुछ लेफ्ट-हैंड ड्राइव बाजारों के साथ-साथ, 30 देशों में अपनी गाड़ियों का निर्यात करती है. महिंद्रा ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अपनी XUV700 और स्कॉर्पियो-एन को लॉन्च किया है. इसके अलावा कंपनी पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में भी इन गाड़ियों को लॉन्च कर चुकी है.
महिंद्रा दक्षिण अफ्रीका में सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाला ब्रांड है. साथ ही कंपनी वहां असेंबली बेस भी बना चुकी है.
ग्लोबल लेवल पर महिंद्रा की अगुआई एसयूवी700 और स्कॉर्पियो-एन द्वारा की जा रही है. वहीं हाल ही में कंपनी ने एक कॉन्सेप्ट पिकअप ट्रक से भी पर्दा हटाया है, जिसे कुछ ग्लोबल बाजारों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है.
पांच मिलियन पिकअप के ग्लोबल बाजार में हम जिस सेगमेंट को टारगेट कर रहे हैं. वह दो मिलियन यूनिट बड़ा है. ये मिड साइज ग्लोबल पिकअप कम्यूट, लाइफस्टाइल, ऑफ-रोडिंग और स्पोर्ट्स की कई जरूरतों को पूरा करेंगे.
इसके अलावा मुंबई बेस्ड ऑटोमोबाइल कंपनी, अपनी आने वाली बोर्न इलेक्ट्रिक रेंज गाड़ियों के साथ यूरोपीय बाजार में एंट्री करने के लिए ईवी पर भी दांव लगा रही है. महिंद्रा ने हाल ही में अपने इंग्लो प्लेटफॉर्म में ईवी के लिए जर्मन ऑटोमेकर के MEB प्लेटफॉर्म का उपयोग करने और एक ग्लोबल ईवी पोर्टफोलियो बनाने के लिए वोक्सवैगन के साथ साझेदारी की है. साथ ही कंपनी ने अपने ग्लोबल प्रोडक्टको बनाने के लिए कुछ ग्लोबल ऑटोमोबाइल्स जैसे बॉश, हरमन, डॉल्बी, क्वालकॉम, एनएक्सपी, एप्टिव, विस्टॉन, वैलेओ, विटेस्को, टेनेको, एचएल क्लेमोव, जेडएफ और वेबस्टो के साथ भी काम करना शुरू कर दिया है.
इसके अलावा घरेलू बाजार में गाडियों पर वेटिंग पीरियड कम करने और एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए, महिंद्रा ने FY 2012 के लगभग 29,000 यूनिट्स से मार्च 2024 तक अपना मंथली प्रोडक्शन को 49,000 यूनिट्स तक बढ़ाने के लिए काम शुरू कर दिया है.