Mahindra Electric Vehicles: इलेक्ट्रिक वाहनों के तेजी से विकसित हो रहे बाजार में विभिन्न वाहन निर्माता कंपनियां प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए लगातार नई तैयारियां कर रही हैं. इसी प्रतिस्पर्धा में भारतीय ऑटोमोटिव दिग्गज महिंद्रा भी शामिल है. महिंद्रा अपने बीई, एक्सयूवी.ई, थार.ई, स्कॉर्पियो.ई और बोलेरो.ई लाइनअप के तहत कई नई इलेक्ट्रिक एसयूवी को बाजार में लाने की तैयारी कर रही है. कंपनी को ईवी सेगमेंट में वैश्विक पहचान दिलाने के लिए महिंद्रा ने टेस्ला मॉडल वाई के खिलाफ बेंचमार्क करने के लिए चुना है.


महिंद्रा की फैसिलिटी में दिखी टेस्ला


महिंद्रा के पुणे स्थित प्लांट में हाल ही में टेस्ला मॉडल Y को देखा गया है. जिससे महिंद्रा की टेस्ला के साथ अप्रत्याशित गठबंधन की अटकलें लगाई जा रही हैं. आगामी महिंद्रा ई-एसयूवी में XUV.e8 दिसंबर 2024 में लॉन्च होने वाली है, इसके बाद अप्रैल 2025 में XUV.e9, अक्टूबर 2025 में BE.05 और अप्रैल 2026 में BE.07 आएगी. महिंद्रा के ट्रैक पर टेस्ला मॉडल वाई के देखे जाने से अटकलें जा रही हैं कि महिंद्रा टेस्ला एसयूवी को बेंचमार्क करने की तैयारी कर रही है. विशेष रूप से इसकी असाधारण एयरोडायनेमिक प्रोफ़ाइल 0.23 सीडी (ड्रैग गुणांक) होने का दावा करती है.


क्या होता है ड्रैग कोफिशिएंट 


किसी वाहन का एयरोडिमिक्स उसके परफॉर्मेंस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, खासकर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ड्रैग कोफिशिएंट (सीडी) जितना कम होगा, हवा में चलते समय वाहन को उतना ही कम रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ेगा. टेस्ला का मॉडल Y, अपनी आश्चर्यजनक 0.23 सीडी के साथ बाजार में सबसे अच्छी एयरोडिमिक्स के साथ सबसे इलेक्ट्रिक एसयूवी है. जबकि अन्य लोकप्रिय ई-एसयूवी जैसे मस्टैंग मच-ई (0.3 सीडी), जगुआर आई-पेस (0.29 सीडी), हुंडई आयोनिक 5 (0.28 सीडी), ऑडी ई-ट्रॉन और किआ ईवी6 (0.28 सीडी)और मर्सिडीज-बेंज ईक्यूसी (0.27 सीडी) के साथ काफी पीछे हैं. महिंद्रा के लिए यह फैक्टर काफी मायने रख सकता है. हालाँकि मॉडल Y में महिंद्रा की दिलचस्पी के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं.


टेस्ला ला सकती है भारत में अपने मॉडल्स 


टेस्ला का मॉडल Y, कंपनी के पोर्टफोलियो में सबसे छोटी एसयूवी है, जिसकी लंबाई 4750 मिमी, चौड़ाई 1978 मिमी, ऊंचाई 1624 मिमी है और इसका व्हीलबेस 2890 मिमी और ग्राउंड क्लीयरेंस 167 मिमी है. इसमें 81 kWh का बैटरी पैक मिलता है, इसके AWD मॉडल को एक बार चार्ज करने पर 525 किमी की रेंज मिलती है. जबकि महिंद्रा की आगामी इलेक्ट्रिक एसयूवी में 80 kWh तक की बैटरी क्षमता और एक ट्विन-मोटर AWD सेटअप के साथ लगभग 675 किमी की रेंज मिलने का दावा किया जा रहा है. हालाँकि इसकी स्पेसिफिकेशन अलग हो सकते हैं. भारत में टेस्ला एक नई फैसिलिटी स्थापित करने के बारे में भारत सरकार के साथ चर्चा कर रही है और संभावना जताई जा रही है कि टेस्ला द्मॉडल एस, 3, एक्स और वाई को स्थानीय तौर पर असेंबल कर सकती है.


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