Mahindra Thar: विदेशी बाजारों के लिए अपनी थार को नए डिजाइन में तैयार कर रही है महिंद्रा
थार को सबसे पहले 1950 के दशक में भारत में पेश किया गया था. जिसके लिए महिंद्रा के पास अमेरिकी सेना के उपयोग में लाई जाने वाली विलीज़ जीप के अनुसार डिजाइन कॉपी करने का लाइसेंस था.
Mahindra Thar SUV: महिंद्रा एंड महिंद्रा की थार भारत की सबसे लोकप्रिय एसयूवी कारों में से एक है. हालांकि ट्रेडमार्क मुद्दों के कारण इसे अभी तक अंतरराष्ट्रीय पहचान नहीं मिल सकी है. इसे विदेशी बाजार में पहली बार 2020 में संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रदर्शित किया गया था. जहां, संयुक्त राज्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार आयोग के एक फैसले के अनुसार, रॉक्सर (थार के अमेरिकी वर्जन) को जीप के डिजाइन ट्रेडमार्क का उल्लंघन करते हुए पाया गया था. जिस कारण कंपनी ने अमेरिका में रॉक्सर के आयात और बिक्री पर प्रभावी रूप से प्रतिबंध लगा दिया. इसके बाद महिंद्रा ने रॉक्सर को एक नए डिजाइन में पेश किया, जिसे शुरू में मंजूरी मिलने के बाद 2022 में फिर से एफसीए की नई आपत्तियों का सामना करना पड़ा. यह मामला अभी भी जारी है, जिसमें फैसला महिंद्रा के पक्ष में होने की उम्मीद है.
ऑस्ट्रेलिया में भी नहीं चली
महिंद्रा, भारत में अपनी मौजूदा थार को ऑस्ट्रेलिया में भी लॉन्च करने की योजना बना रही थी, लेकिन यह वहां भी कानूनी लड़ाई में फंस गई. ऑस्ट्रेलिया में भी इसे जीप ने ही कानूनी चुनौती दी थी. यूएस में पहले ही केस हारने के बाद, थार को ऑस्ट्रेलिया में भी केस में हार का मुंह देखना पड़ा. हालांकि, कंपनी अभी भी थार को लैंड डाउन अंडर विकल्पों में लाने पर विचार कर रही है.
होगा डिजाइन अपग्रेड
नए डिजाइन के बारे में महिंद्रा ऑटोमोटिव के क्षेत्रीय प्रमुख जॉयदीप मोइत्रा ने कहा है कि थार को अपने मौजूदा भारतीय प्रारूप में किसी भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में लॉन्च नहीं किया जाएगा. क्योंकि एफसीए और जीप थार को फिर से चुनौती दे सकते हैं. अपने मौजूदा रूप में, थार, जीप की रैंगलर एसयूवी के साथ डिजाइन के मामले में काफी मिलती जुलती है.
विदेशी बाजारों के लिए नया डिजाइन
थार के नए वर्जन के बारे में बोलते हुए, मोइत्रा ने कहा कि " हम एक अलग स्टाइल वाली कार पर काम कर रहे हैं", यह एक स्पेशल प्रोफ़ाइल और प्राइस प्वाइंट पर आएगी, जिसे खासतौर पर विदेशी बाजारों के लिए तैयार किया जा रहा है. तैयार होने के बाद इसे ऑस्ट्रेलिया में भी लॉन्च किया जाएगा. 2021 में ऑस्ट्रेलिया की अदालत के फैसले के अनुसार, इसके लिए महिंद्रा को जीप से डिजाइन की मंजूरी लेनी होगी, जिससे बाद में डिज़ाइन ट्रेडमार्क उल्लंघनों से संबंधित कोई और समस्या न पैदा हो. इस कारण इसे एक बिल्कुल नए रूप में डिजाइन करना, महिंद्रा के लिए सही कदम हो सकता है.
महिंद्रा के पास था डिजाइन कॉपी करने का लाइसेंस
थार को सबसे पहले 1950 के दशक में भारत में पेश किया गया था. जिसके लिए महिंद्रा के पास अमेरिकी सेना के उपयोग में लाई जाने वाली विलीज़ जीप के अनुसार डिजाइन कॉपी करने का लाइसेंस था. मौजूदा थार का डिजाइन कई अपडेट के बाद ऐसा हुआ है, लेकिन महिंद्रा के पास केवल मूल जीप के डिजाइन का ही लाइसेंस था, उसके अपडेटेड वर्जन के लिए नहीं. साथ ही इस लाइसेंस का उपयोग केवल भारत में ही किया जा सकता था, अन्य विदेशी बाजारों में नहीं. इसलिए अब इसके लिए कंपनी नया डिजाइन तैयार कर रही है.