Mahindra XUV300 बनी देश की सबसे सुरक्षित SUV, रेटिंग को लेकर आई है ये खबर
क्रेश टेस्ट में 5 स्टार रेटिंग हासिल करके Mahindra XUV300 देश की सबसे सुरक्षित SUV है. खास बात यह है कि आज तक किसी भी मेड इन इंडिया कार को इतनी रेटिंग नहीं मिली जितनी XUV300 को मिली है.
नई दिल्ली: लगता है ऑटो कंपनियां सेफ्टी को लेकर अब ज्यादा गंभीर हो चुकी हैं. टाटा मोटर्स और हुंडई की कारों को हाल ही में क्रैश टेस्ट में बेहतर रेटिंग मिली है. आपको जानकर ख़ुशी होगी की महिंद्रा XUV300 को भी क्रैश टेस्ट में 5 स्टार रेटिंग मिली है.
कार को ग्लोबल NCAP की तरफ से अडल्ट पैसेंजर्स की सेफ्टी में 5-स्टार रेटिंग मिली है, जबकि बच्चों की सेफ्टी में इस गाड़ी को 4-स्टार रेटिंग मिली है. खास बात यह है कि आज तक किसी भी मेड इन इंडिया कार को इतनी रेटिंग नहीं मिली है. XUV100 को अडल्ट पैसेंजर सेफ्टी में 16.42 प्वाइंट्स और चाइल्ड सेफ्टी में उसे 47 में से 37.44 प्वाइंट्स मिले हैं, जोकि वाकई बेहतरीन है.
क्रैश टेस्ट के लिए ग्लोबल NCAP ने XUV100 के भी टॉप मॉडल (W8) को चुना था. फीचर्स की की बात करें तो इस मॉडल में 7 एयरबैग्स, फ्रंट पार्किंग सेंसर्स, हीटेड ORVMs, सभी पैसेंजर्स के लिए सीटबेल्ट रिमाइंडर्स, ABS-EBD, कॉर्नरिंग ब्रेक कंट्रोल और चारों व्हील्स में डिस्क ब्रेक्स जैसे फीचर्स दिए हैं.
टाटा Altroz भी सेफ्टी के मामले में बेहतर कार
अभी हाल ही में Altroz को ग्लोबल न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Global NCAP) क्रैश टेस्ट में 5-स्टार रेटिंग मिली है. आपको बता दें कि Altroz भारत की दूसरी कार है जिसे ग्लोबल एनसीएपी के क्रैश टेस्ट में 5 स्टार रेटिंग मिली है, जबकि इससे पहले कंपनी की ही Nexon को 5 स्टार रेटिंग मिली थी.
क्रैश टेस्ट में Altroz को भी अडल्ट पैसेंजर प्रोटेक्शन में 17 में से 16.13 पॉइंट मिले है, क्रैश टेस्ट में टाटा अल्ट्रॉज ने ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर के सिर, गर्दन और घुटनों के लिए अच्छी सुरक्षा प्रदान की और चेस्ट की सुरक्षा भी बेहतर रही.
चाइल्ड पैसेंजर प्रोटेक्शन के मामले में Altroz को 3 स्टार मिले हैं. चाइल्ड प्रोटेक्शन में इस कार का स्कोर 49 में से 29 पॉइंट रहा. इस क्रैश टेस्ट के दौरान कार में 1.5 साल के बच्चे की डमी की सुरक्षा अच्छी पाई है. मगर टेस्ट के दौरान 3 साल के बच्चे की डमी के लिए लगाई गई चाइल्ड सीट खुल गई, जिसकी वजह से डमी का सिर कार के इंटीरियर से टकरा गया, इसलिए यहां पर नंबर काटे गये.