45 दिनों में मारुति सुजुकी ने अयोध्या में खोला पहला ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक, कम्प्यूटर से ऐसे होगी टेस्टिंग
Automated Driving Test Track in Ayodhya: मारुति सुजुकी ने अयोध्या में पहला ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक खोल दिया गया है. प्रदेश के अंदर मार्च के अंत तक चार और ऐसे ही ट्रैक खुलने की उम्मीद है.
Automated Driving Test Track in Ayodhya: मारुति सुजुकी इंडिया ने अयोध्या में पहला ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक (ADTT) खोला है. ये पहला ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक ड्राइवर ट्रेनिंग एंड टेस्टिंग इंस्टीट्यूट (DTTI) में खोला गया है. वहीं इस ट्रैक को केवल 45 दिनों के अंदर बनाकर तैयार कर लिया गया. ट्रैक का उद्घाटन राज्य के मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने किया है. कंपनी का दावा है कि इस ऑटोमेटिक ट्रैक के जरिए केवल काबिल ड्राइवर्स को ही ड्राइविंग लाइसेंस मिल सकेगा. वहीं मार्च के अंत तक ही उत्तर प्रदेश में ऐसे ही चार और ऑटोमेटिक ट्रैक बनने की भी उम्मीद है.
अयोध्या में खोला पहला ADTT
मारुति सुजुकी ने अयोध्या के ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड टेस्टिंग इंस्टीट्यूट में पहले ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है. कंपनी ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के विजन से प्रेरणा लेते हुए इस फैसिलिटी को अयोध्या में लाया गया है और इस ट्रैक को रिकॉर्ड समय 45 दिनों में बनाकर तैयार कर दिया गया. साल 2023 के दिसंबर महीने में इस ट्रैक को लेकर MoA साइन किया गया था.
We are Grateful to Shri @ashishkundra, Principal Secretary-cum-Commissioner, Transport @govt_delhi for inaugurating ADTT Lado Sarai. #MarutiSuzuki is humbled to work with Govt of Delhi to contribute to road safety. @TransportDelhi @MORTHIndia (1/2) pic.twitter.com/8ZxmOXQYvi
— Maruti Suzuki (@Maruti_Corp) May 19, 2023
100 फीसदी कंप्यूटराइज्ड टेस्टिंग
मारुति सुजुकी इंडिया के कॉरपोरेट अफेयर्स के एक्जीक्यूटिव ऑफिसर राहुल भारती ने इस ट्रैक को लेकर जानकारी दी. राहुल भारती ने बताया कि किसी भी ड्राइवर को ड्राइविंग लाइसेंस देने से पहले 100 फीसदी कंप्यूटराइज्ड टेस्टिंग की जाएगी, जिससे केवल काबिल ड्राइवर्स को ही लाइसेंस दिया जा सके.
राहुल भारती ने आगे कहा कि सड़क सुरक्षा के मुद्दे को देखते हुए हमने ड्राइवर ट्रेनिंग एंड टेस्टिंग इंस्टीट्यूट (DTTI) भी खोले हैं, जो कि गोरखपुर, मथुरा, प्रयागराज और वाराणसी में खुले हुए हैं और भी कई जगह खोलने को लेकर काम जारी है.
ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक से मिल रहे बेहतर ड्राइवर
कंपनी के रिकॉर्ड्स के मुताबिक, साल 2018 में मैनुअल टेस्टिंग नियम से 84 फीसदी लोगों ने ड्राइविंग टेस्ट पास किया था. वहीं ADTT के आने से इस आंकड़े में गिरावट आई. ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट के आने से केवल 34 फीसदी लोग ही ये टेस्ट पास कर पाए. वहीं इस आंकड़े में अब सुधार आता जा रहा है. अब ये पासिंग परसेंट फिर से 34 फीसदी से 64 फीसदी पर पहुंच गया है.
ये भी पढ़ें
Electric Vehicles: आखिर क्यों लग जाती है व्हीकल्स में आग, यहां समझिए आसान भाषा में