Mercedes-Benz GLC 300 Petrol रिव्यू, जान लीजिये कितनी लग्जरी है ये 'लग्जरी कार'
Mercedes-Benz GLC 300: अगर आप अपने लिए मर्सिडीज-बेंज जीएलसी 300 पेट्रोल लग्जरी कार खरीदने का मन बना रहे हैं, तो ये खबर आपके काम की है.
Mercedes-Benz GLC: मर्सिडीज-बेंज के लिए जीएलसी उसकी सबसे ज्यादा बिकने वाली एसयूवी बनी हुई है. 13,000 से अधिक कारें बिक चुकी हैं और ये जानने की जरुरत नहीं कि क्यों? आकार और डिज़ाइन के साथ-साथ ये कीमत के मामले में भी हिट रही. अब जीएलसी कुछ समय बाद भारतीय बाजार में एक नए अवतार में वापस आ गई है और कंपनी ने इसे अपने सेगमेंट में लीडर बनाए रखने के लिए बहुत कुछ बदलाव किया है. नई जीएलसी बड़ी, लंबी, अधिक स्पेस के साथ पेश की गयी है और जरूरी बात यह है कि, यह टेक्नोलॉजी के मामले में उम्मीद के मुताबिक खरा उतरती है. लुक की बात करें तो, नई जीएलसी साफ-सुथरी है और पहले की तुलना में ज्यादा प्रीमियम दिखती है. जिसमें खासतौर से नई ग्रिल के साथ इसके फ्रंट में किये गए कुछ अपडेट शामिल हैं. जिसमें नए हेडलैंप के अलावा इसके निचले हिस्से में क्रोम का ज्यादा प्रयोग शामिल है. नई जीएलसी 60 mm लंबी है और इसमें शानदार दिखने वाले 19-इंच के अलॉय भी हैं, जो बहुत अच्छे लगते हैं. इसमें नए टेल-लैंप और हल्का ताज़ा बम्पर डिज़ाइन भी है, जैसा कि कहा जा रहा है. बदलाव के मामले में इंटीरियर असली सौदा है, क्योंकि इसमें 11.9 इंच पोर्ट्रेट टचस्क्रीन और एक नए डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर साथ नया डैशबोर्ड डिज़ाइन, इसके पूरे लुक को नया दिखाने का काम करता है. नई सी-क्लास की तरह, डैशबोर्ड फीचर्स को इसकी फ्लैगशिप एस-क्लास से लिया गया है, जबकि डायल या टचस्क्रीन दोनों की डिस्प्ले क्वालिटी क्लैरिटी और लुक/फील के मामले में शानदार है.
मर्सिडीज-बेंज 300 पेट्रोल फीचर
मर्सिडीज ने डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर पर ऑफ-रोड के लिए एक नई स्क्रीन को एड किया हैं. हालांकि मेन टच स्क्रीन में सभी कंट्रोल दिए गए हैं, जिसका मतलब इसमें सब कुछ टच कंट्रोल से ऑपरेट किया जा सजता है, यहां तक कि क्लाइमेट कंट्रोल भी. इसके टच कंट्रोल भी कहीं और चले गए हैं, यहां तक कि सनरूफ या स्टीयरिंग और सीटिंग कंट्रोल भी सनरूफ कंट्रोल्स वाकई अच्छी तरह से काम करते हैं, लेकिन गाड़ी चलाते समय स्टीयरिंग कंट्रोल्स का यूज थोड़ा मुश्किल होता है. कृपया सही बटन लगाएं. फीचर लिस्ट उतनी बड़ी है, जितनी आप उम्मीद करेंगे. इसमें पैनोरमिक सनरूफ, शानदार 15-स्पीकर बर्मेस्टर ऑडियो सिस्टम, ऑल-राउंड कैमरा व्यू, कनेक्टेड कार तकनीक, फिंगरप्रिंट रिकग्निशन और नेचुरल वॉयस रिकग्निशन जैसे कई फीचर शामिल है. इसमें 64 कलर वाली एम्बिएंट लाइटिंग के साथ, हीटेड सीटें भी हैं. लेकिन हमें मसाज या कूलिंग फंक्शन भी पसंद आया. आगे की सीटें आरामदायक हैं और ड्राइविंग पोजीशन बढ़िया है, जबकि पीछे की सभी सीटें पर्याप्त जगह के साथ कंफर्टेबल फील कराती हैं. बीच में मौजूद सुरंग के बावजूद, दो सवारी के लिए पैर रखने के लिए जगह अच्छी है. हालांकि सीटें थोड़ी सख्त हैं. वहीं पॉवर्ड टेलगेट 620 लीटर के शानदार बूट का खुलासा करता है.
मर्सिडीज-बेंज 300 पेट्रोल इंजन
पेट्रोल और डीजल दोनों इंजन को बरकरार रखा गया है. लेकिन पेट्रोल वही है, जिसे हमने 258 hp और 400 NM पावर आउटपुट वाले टर्बोचार्ज्ड चार सिलेंडर 2.0 एल यूनिट के साथ चलाया है. हालांकि, इसमें 48V माइल्ड-हाइब्रिड इलेक्ट्रिक बूस्ट भी है, जो 23hp और 200Nm एक्स्ट्रा पावर देता है. इलेक्ट्रिक बूट गैप को कम कर लगातार पावर डिलीवरी के लिए है, जो यह बखूबी करता है. यह लीनियर है और बिना किसी पावर एक्सप्लोजन के स्मूथली काम करता है. जैसा कि बताया गया, अगर आप इसमें जोर से धक्का देते हैं, तो यह डायनामिक मोड पर स्पोर्टी साउंड करता है. स्टीयरिंग हल्का है और इसे चलाना आसान है. साथ ही आकार के मामले में भी यह बड़ा नहीं है. मर्सिडीज ने ग्राउंड क्लीयरेंस 20 mm बढ़ा दिया है, हमारी सड़कों को देखते हुए, इसे ऑफ-रोडिंग के मामले में भी थोड़ा आगे ले जाना जरुरी था. इसका ऑफ-रोड ट्रांसपेरेंट बोनट 8 किमी/घंटा से नीचे के फ्रंट टायरों का भी शानदार व्यू देता है. कुल मिलाकर 19-इंच के पहियों के साथ, यह बड़े गड्ढों या ज्यादा खराब सड़कों से गुज़रने पर इसकी सवारी करना काफी सॉफ्ट और बेहतर है. यह चलाने में भी मजेदार एसयूवी है और अब आप इसे ऑफ-रोड भी ले जा सकते हैं.
मर्सिडीज-बेंज 300 पेट्रोल कीमत
नई जीएलसी की कीमत 73.5 लाख रुपये है. अब यह पहले से ज्यादा लग्जरी और टेक्नोलॉजी के साथ एक अच्छा पैकेज है. जबकि एक्स्ट्रा ग्राउंड क्लीयरेंस और स्मूथ पावर भी इसमें मदद करती है. ये निश्चित रूप से एक लक्जरी एसयूवी है, जो न तो बहुत नरम है और न ही बहुत स्पोर्टी है. लेकिन बिल्कुल सही है.
हमें क्या पसंद है- लुक, क्वालिटी, फीचर्स, टेक्नोलॉजी, परफॉरमेंस, ग्राउंड क्लीयरेंस.
हम क्या पसंद नहीं करते- थोड़ी सख्त सवारी, टच कंट्रोल्स बहुत ज्यादा हैं.