Minor Driving e-Challans: आजकल माता-पिता अपने नाबालिग बच्चों को लाड़-प्यार के चलते गाड़ी की चाबी पकड़ा देते हैं, जिसका अंजाम उन्हें खुद ही भुगतना पड़ता है. सड़क परिवहन मंत्रालय की ओर से बुधवार को राज्यसभा में बताया गया कि पिछले 2 सालों में 1,497 ऐसे ई-चालान काटे गए, जिसमें नाबालिग ड्राइविंग कर रहे थे. इतना ही नहीं इन चालानों की राशि पूरे 48 लाख रुपये है.
सबसे ज्यादा कहां काटे गए चालान?
मंत्रालय के पोर्टल पर राज्यों की ओर से शेयर किए गए डाटा से सामने आया कि बिहार में नाबालिगों को लेकर सबसे ज्यादा ई-चालान किए गए. कांग्रेस सांसद नीरज डांगी को दिए लिखित जवाब में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अलग-अलग राज्यों को लेकर जानकारी दी. बिहार में सबसे ज्यादा साल 2023 और 2024 में 1,316 चालान जारी किए गए.
यूपी में सिर्फ एक चालान किया गया
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दो सालों में छह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में नाबालिगों की ड्राइविंग को लेकर कुल जुर्माना 48 लाख रुपये था, जिसमें 1,497 ई-चालान जारी किए गए. रिपोर्ट में बताया गया कि बिहार में सबसे ज्यादा 44.3 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया.
इसके बाद जम्मू-कश्मीर में 1.4 लाख रुपये और छत्तीसगढ़ में 1.3 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया. उत्तराखंड में 22 चालान के लिए सिर्फ 1 लाख रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगाया गया, जबकि उत्तर प्रदेश में सिर्फ एक ई-चालान के लिए 23,150 रुपये का फाइन लगाया गया.
नाबालिग के पिता पर भी चालान का प्रावधान
नाबालिग के गाड़ी चलाने को लेकर आरटीओ की ओर से बनाए गए नए ड्राइविंग नियमों के तहत नाबालिग के पिता पर न सिर्फ 25 हजार रुपये तक का चालान किया जा सकता है, लेकिन अगर ऐसे केस में किसी प्रकार की कोई दुर्घटना होती है. तो फिर पिता को जेल भी हो सकती है. जैसे पुणे में पोर्श एक्सीडेंट मामले में हुआ, जहां नाबालिग के पिता के पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
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