Automatic Car: ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन (AMT) वाली कारों का क्रेज बढ़ता जा रहा है. हालांकि ऑटोमैटिक कारें चलाते वक्त लोग अक्सर ऐसी गलतियां कर जाते हैं जो कि गियरबॉक्स को भारी नुकसान पहुंचाती हैं. आज हम आपको पांच ऐसी गलतियों के बारे में बताएंगे जो कि आपको ऑटोमैटिक कार चलाते वक्त नहीं करनी चाहिए.


पार्किंग मोड



  • ऑटोमैटिक कारों में पार्किंग के दौरान 'P' मोड का इस्तेमाल होता है. इस मोड में कार आगे-पीछे नहीं होती.

  • कार को P मोड में डाले जाने पर गियरबॉक्स कॉग को घूमने से रोकने के लिए पार्किंग पावर का इस्तेमाल करता है.

  • चलती कार में ऐसा करने से ट्रांसमिशन खराब हो सकता है. इस मोड का इस्तेमाल तभी करें जब कार स्थिर हो.


ढलान पर न्यूट्रल करके गाड़ी चलाना



  • ढलान पर न्यूट्रल करके गाड़ी चलाना आपकी कार के गियरबॉक्स के लिए खतरनाक है. 'N' यानी न्यूट्रल पर ऑयल सप्लाई बंद हो जाती है.

  • ऑयल सप्लाई बंद होने की वजह से ट्रांसिमशन को आसानी से काम करने के लिए पर्याप्त मात्रा में ल्यूब्रिकेंट्स नहीं मिलता. इससे कार के गियरबॉक्स को नुकसान पहुंचता है.

  • इस स्थिति में कार को पैडल से एक्सेलरेट नहीं किया जाता, जिससे ड्राइवर का कार पर पूरा कंट्रोल नहीं रहता. यह बहुत खतरनाक साबित हो सकता है.


बिना रुके रिवर्स गियर



  • बिना रुके ऑटोमैटिक कार में रिवर्स गियर लगाने से गिरयबॉक्स फेल हो सकता है.

  • गियर को जब ऑटो ट्रांसमिशन में डाला जाता है तो मैकेनिज्म गियर शिफ्ट करने के लिए ट्रांसमिशन बैंड और क्लच का इस्तेमाल करता है.

  • इसके चलते हमेशा पूरी तरह गाड़ी रोकने के बाद ही ड्राइव मोड यानी D से रिवर्स मोड यानी R में कार को ले जाएं.


लॉन्च कंट्रोल



  • ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारों में 'लॉन्च कंट्रोल' फीचर होता है.

  • यह फीचर तेज रफ्तार या कॉम्पिटिशन के दौरान अच्छा स्टार्ट देता है.

  • लॉन्च कंट्रोल का इस्तेमाल करने के दौरान ज्यादातर लोग न्यूट्रल में ही रेव (revs) बढ़ाते हैं और इसके बाद ड्राइव मोड में जाते हैं.

  • ऐसा करना सही नहीं है. इससे इंजन और गियरबॉक्स को नुकसान पहुंचता है. इसके साथ ही कार झटका देकर आगे बढ़ती है.

  • ऑटोमैटिक कार को लॉन्च करने का सही तरीका है कि कार को ड्राइव मोड में रखें, ब्रेक पैडल दबाएं, रेव बढ़ाएं और जब लॉन्च के लिए तैयार हो जाएं तो क्लच की तरह ब्रेक पैडल छोड़ें.


ट्रैफिक लाइट पर न्यूट्रल



  • ट्रैफिक लाइट पर खड़े रहने के दौरान कार को न्यूट्रल मोड में रखने से बेहतर है कि ऑटोमैटिक कार को ड्राइव मोड में ही रखें और ब्रेक लगाएं.

  • ऐसा करने से आपको गियरबॉक्स का बार-बार इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा.

  • कार में अगर स्टॉप-स्टार्ट सिस्टम है, तो उसका इस्तेमाल करें.


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