New Car Assessment Programme: ज्यादातर कार खरीदार अब सेफ्टी को लेकर धीरे-धीरे जागरूक हो रहे हैं और एक सुरक्षित कार उनकी पहली पसंद होती है. टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी एक खबर के मुताबिक, 10 में से 9 ग्राहक सेफ्टी रेटिंग वाली कार खरीदना चाहते हैं, जिसे New Car Assessment Programme के तहत क्रैश टेस्ट के जरिये दिया जाता है. इसके लिए मैक्सिमम 5 स्टार रेटिंग दी जा सकती है यानि जितनी ज्यादा रेटिंग, कार सेफ्टी के मामले में उतनी ही बेहतर होगी. आगे हम विश्व में मौजूद अन्य संस्थाओं की जानकारी आगे देने जा रहे हैं. 


ग्लोबल एनकैप 


इस लिस्ट में पहला नाम ग्लोबल एनकैप का है. जिसने 2011 में अपना काम शुरू करते हुए, कुछ कार और एसयूवी की टेस्टिंग शुरु कर दी थी. ग्लोबल एनकैप के safercarforIndia कैम्पेन के तहत भारत में भी कई गाड़ियों का क्रैश टेस्ट किया था. 


एशियन एनकैप 


इसकी शुरुआत मलेशियन इंस्टीट्यूट ऑफ रोड सेफ्टी रिसर्च और GNCAP के सहयोग से दिसंबर 2011 में हुई थी. इसके द्वारा टेस्ट की गयीं कार और एसयूवी की बिक्री साउथईस्ट एशियाई देशों में होती है. 


यूरो एनकैप 


इसकी शुरुआत 1996 में हुई थी, जिसे सबसे कठिन सेफ्टी रेटिंग इंस्टिट्यूट में से एक माना जाता है. इस कंपनी द्वारा टेस्ट की गयीं कार और एसयूवी की बिक्री यूरोपियन देशों में की जाती है और ये सात यूरोपियन सरकारों के साथ मिलकर काम करती है. 


लैटिन एनकैप 


इसकी शुरुआत 2010 में हुई और ग्लोबल एनकैप इसमें invest करने वालों में से एक है. इस प्लेटफॉर्म के जरिये टेस्ट की जाने वाली कार और एसयूवी की बिक्री ब्राज़ील मैक्सिको, अर्जेंटीना, कोलंबिया जैसे देशों में की जाती है. 


भारत एनकैप 


हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने भारत एनकैप (भारत का कार टेस्ट प्रोग्राम) लॉन्च किया है. ये भारत में गाड़ियों का क्रैश टेस्ट कर उन्हें सेफ्टी रेटिंग देने का काम करेगा.  


यह भी पढ़ें- Car Care Tips: अगर अपनी कार को रखना है 'टनाटन', तो इन बातों का रखना ध्यान


Car loan Information:

Calculate Car Loan EMI