GST Reduction On Fuel Flex Vehicles : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर से फ्यूल फ्लेक्स वाहनों पर जीएसटी घटाने की मांग की है. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, नितिन गडकरी ने कहा कि इन वाहनों पर जीएसटी को 28 फीसदी से घटाकर 12 फीसदी किया जाना चाहिए, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा फ्यूल फ्लेक्स गाड़ियों को अपनाएं.
नितिन गडकरी की वित्त मंत्री से अपील
केबिनेट मंत्री ने कहा कि इसके लिए सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों को आगे आना चाहिए. गडकरी ने बताया, 'केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मुझे आश्वासन दिया है कि हम सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों से बात करेंगे'. उन्होंने कहा, 'कल, मैंने महाराष्ट्र के वित्त मंत्री से जीएसटी काउंसिल की बैठक में शामिल होकर फ्यूल फ्लेक्स इंजन वाली कारों और स्कूटरों पर जीएसटी कम करने का प्रस्ताव रखने को कहा'. गडकरी ने यह भी बताया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी आम गाड़ियों में कमी करने और फ्यूल फ्लेक्स वाहनों को अपनाने की बात की है.
क्या है फ्यूल फ्लेक्स?
फ्यूल फ्लेक्स वाहन ऐसे होते हैं जिनमें 83 फीसदी इथेनॉल का इस्तेमाल किया जाता है. इस इंजन से चलने वाली गाड़ियां पेट्रोल और डीजल की तुलना में कम प्रदूषण करती हैं. गडकरी ने कहा कि हर साल भारत में 22 लाख करोड़ रुपए के फॉसिल फ्यूल इंपोर्ट किए जाते हैं. उन्होंने यह भी बताया की बायोफ्यूल सस्ता होता है, जिसे इस्तेमाल करने से आम लोगों को भी फायदा होगा. इसका उपयोग बढ़ने से इंपोर्ट में गिरावट आएगी और पर्यावरण भी साफ रहेगा.
क्यों है फ्यूल फ्लेक्स जरूरी?
नितिन गडकरी ने कहा कि अगर फ्यूल फ्लेक्स वाहनों पर जीएसटी को 12% कर दिया जाए, तो इनकी कीमतों में कमी आएगी और लोग इन्हें खरीदने के लिए प्रेरित होंगे. गडकरी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत में बढ़ते पेट्रोल डीजल के दाम और प्रदूषण को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं. अब देखना होगा कि सरकार इस दिशा में क्या कदम उठाती है.
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