नितिन गडकरी की हाइड्रोजन कार पड़ेगी कितनी सस्ती, पेट्रोल की तुलना में कितनी कम रनिंग कॉस्ट?
Hydrogen Car vs Petrol Car: देश की राजधानी दिल्ली ही नहीं, बल्कि ज्यादातर जगहों पर प्रदूषण की समस्या काफी बढ़ती जा रही है. इसके लिए नितिन गडकरी पेट्रोल और डीजल कारों का विकल्प लेकर आए हैं.

Nitin Gadkari Hydrogen Car: सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी कम प्रदूषण करने वाली कारों के इस्तेमाल पर लगातार जोर दे रहे हैं. केंद्रीय मंत्री हाल ही में हाइड्रोजन पावर्ड कार में सफर करते नजर आए. नितिन गडकरी इसी कार में बैठकर संसद भवन पहुंचे थे. पीटीआई से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये हमारे भविष्य की कार है. लेकिन इस कार के इस्तेमाल से पहले ये सवाल खड़ा होता है कि क्या इस गाड़ी की रनिंग कॉस्ट, पेट्रोल कार की तुलना में कम होगी या नहीं?
नितिन गडकरी की Mirai
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस गाड़ी का नाम Mirai बताया. नितिन गडकरी ने पीटीआई से बातचीत में बताया कि Mirai जापानी भाषा का शब्द है, जिसका मतलब होता है-फ्यूचर. नितिन गडकरी की ये गाड़ी टोयोटा कंपनी ने बनाई है. परिवहन मंत्री ने ये भी कहा कि 'हमारे भविष्य की फ्यूल हाइड्रोजन है. आज भारत ऊर्जा को आयात करने वाला देश है. अगले पांच से दस साल में हम ऊर्जा को निर्यात करने वाला देश बनेंगे'.
VIDEO | Union Minister Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) uses a hydrogen-powered vehicle to visit Parliament.
— Press Trust of India (@PTI_News) March 19, 2025
"The name of this car is 'Mirai', which is a Japanese word meaning 'future'. Fuel of our future in hydrogen. At present, we are a country which imports energy, in future we… pic.twitter.com/AMrH1fTt4k
हाइड्रोजन या पेट्रोल, किस कार की रनिंग कॉस्ट कम?
Tataaig.com के मुताबिक, अगर हाइड्रोजन कार की रनिंग कॉस्ट की तुलना पेट्रोल पावर्ड व्हीकल से की जाए, तो हाइड्रोजन कार की रनिंग कॉस्ट पेट्रोल गाड़ियों की तुलना में कम होगी. हाइड्रोजन कार को एक किलोमीटर चलाने का खर्च 4 रुपये के करीब होगा. जबकि पेट्रोल गाड़ियों को एक किलोमीटर तक चलाने में 8-10 रुपये का खर्च आता है. अगर हाइड्रोजन कार को आने वाले समय में सड़कों पर उतारा जाता है तो रनिंग कॉस्ट पेट्रोल कार की तुलना में लगभग आधी हो जाएगी.
कौन सी कार देगी बेहतर माइलेज?
हाइड्रोजन और पेट्रोल कारों की एफिशियंसी की तुलना की जाए तो हाइड्रोजन कार बेहतर माइलेज देंगी. Tataaig.com के मुताबिक, हाइड्रोजन कारों की एफिशियंसी 50 फीसदी की है. इन कारों की बाकी बची पावर एनर्जी प्रोडक्शन, स्टोरेज और कनवर्जन में जाती है. वहीं पेट्रोल कारों की एफिशियंसी केवल 20 फीसदी है. इन गाड़ियों की ज्यादा पावर हीट और एमिशन में खर्च होती है.
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