भारत के पहले AI यूनिकॉर्न 'कृत्रिम' के मालिक भाविश अग्रवाल ने ऐसे शुरू किया था अपना स्टार्टअप OLA
Ola CEO Bhavish Aggarwal: ओला सीईओ भाविश अग्रवाल की जिंदगी में घटी एक घटना से उन्हें कैब सर्विस शुरू करने का आइडिया आया. आज भारत के लाखों लोग भाविश के इस स्टार्टअप का फायदा उठा रहे हैं.
Ola CEO Bhavish Aggarwal: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने से टेक्नोलॉजी की दुनिया में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. OLA के फाउंडर और सीईओ भाविश अग्रवाल भी इस टेक्नोलॉजी की दुनिया में काफी आगे बढ़ गए हैं. भाविश अग्रवाल ने एक चैटबोट कृत्रिम AI को लॉन्च कर दिया है. भाविश का 'कृत्रिम' भारत का पहले AI यूनिकॉर्न बना है यानी ये देश का पहला एआई स्टार्टअप है जिसे 1 बिलियन डॉलर का वैल्यूएशन हासिल हुआ. भाविश ने अपने करियर में कई बड़े कदम उठाए हैं और अपने आइडियाज और मेहनत की वजह से भाविश अग्रवाल भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की दुनिया का एक दिग्गज नाम हैं.
Ola की शुरुआत का ऐसे आया आइडिया
भाविश अग्रवाल ने Ola कैब्स को शुरू करके टैक्सी मिलने की परेशानी को काफी हद तक खत्म कर दिया है. आज लोग घर बैठे टैक्सी की बुकिंग कर सकते हैं. लेकिन, भाविश अग्रवाल ने किस तरह अपने प्लान को सड़क तक पहुंचाया, इसके पीछे एक इंस्पायरिंग स्टोरी है.
भाविश एक बार टैक्सी से सफर कर रहे थे, तब किराया देने के दौरान भाविश की टैक्सी वाले से बहस हो गई और टैक्सी ड्राइवर की मनमानी का शिकार भाविश को होना पड़ा. उस घटना ने भाविश को ओला कैब सर्विस शुरू करने का ख्याल दे दिया. भाविश को लगा कि एक ऐसी कैब सर्विस की शुरुआत की जा सकती है, जिसमें टैक्सी का किराया कम हो और ड्राइवर्स अपने कस्टमर के प्रति उत्तरदायी हों.
शुरुआत में किसी ने नहीं समझा भाविश का कॉन्सेप्ट
भाविश ने जब शुरुआत में परिवार वालों और दोस्तों को अपने इस आइडिया के बारे में बताया, तो लोगों को उनका आइडिया कुछ खास समझ नहीं आया. भाविश के दोस्तों ने तो उनका मजाक भी उड़ाया. भाविश ने तय किया कि वो कैब सर्विसेज शुरू करके ही रहेंगे. इसके लिए साल 2010 में भाविश अग्रवाल ने अपने दोस्त अंकित भाटी के साथ मिलकर ओला कैब सर्विस की शुरुआत की.
इलेक्ट्रिक स्कूटर की शुरुआत
साल 2017 में भाविश ने ओला इलेक्ट्रिक नाम से एक और कंपनी की शुरुआत की. ओला इलेक्ट्रिक टू व्हीलर मॉडल बनाती है. ओला के इलेक्ट्रिक स्कूटर को लेकर लोगों में काफी क्रेज नजर आता है. Ola S1 Pro और S1 Air सबसे पॉपुलर इलेक्ट्रिक स्कूटरों में शामिल हैं.
छोड़ दी माइक्रोसॉफ्ट की नौकरी
भाविश अग्रवाल ने IIT बॉम्बे से बैचेलर की डिग्री हासिल की है. फर्स्ट अटैम्प में भाविश का आईआईटी बॉम्बे में सेलेक्शन नहीं हुआ था. लेकिन, भाविश ने हार नहीं मानी. एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के लिए भाविश कोटा गए और अपने दूसरे प्रयास में भाविश ने आईआईटी की परीक्षा पास कर ली है. भाविश ने IIT बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में बी-टेक किया है. भाविश माइक्रोसॉफ्ट में दो साल नौकरी भी कर चुके हैं.
कृत्रिम क्या है?
भाविश के स्टार्टअप 'कृत्रिम' ने एक बिलियन डॉलर का वैल्युएशन हासिल करके भारत के पहले AI यूनिकॉर्न का खिताब हासिल कर लिया है. भाविश के लॉन्च किए कृत्रिम का Pro मॉडल साल 2024 के अंत तक आने की उम्मीद है. भाविश अग्रवाल ने 15 दिसंबर को भारत के पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल 'कृत्रिम' को लॉन्च किया था. कृत्रिम एक डीप लर्निंग एल्गोरिदम वाला लार्ज लैंग्वेज मॉडल है जिसको 22 भारतीय भाषाओं की समझ है.
आज ओला की सर्विसेज का इस्तेमाल लाखों लोग कर रहे हैं. लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए आसानी से कैब सुविधा मिल रही है. वहीं ओला के सीईओ भाविश अब अपने AI स्टार्टअप के साथ आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस की तेजी से बढ़ती दुनिया में कामयाबी हासिल करने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं.
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