Ola Helmet Detection System: फिलहाल भारत दोपहिया वाहनों के लिए सबसे बड़ा बाजार है. लेकिन दोपहिया वाहन चालकों की सुरक्षा के मामले में हमारा देश अब भी काफी पीछे है. भारतीय सड़कों पर बिना हेलमेट के सवारी करते हुए तमाम लोगों को देखा जा सकता है. लेकिन अब इससे निपटने के लिए अग्रणी टू व्हीलर ईवी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक अपने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के लिए हेलमेट डिटेक्शन सिस्टम पर काम कर रही है.


कैसे करता है काम?


ओला का हेलमेट डिटेक्शन सिस्टम एक कैमरे का इस्तेमाल करके यह जान लेता है कि वाहन सवार ने हेलमेट पहना है या नहीं. फिर यह इस जानकारी को वाहन कन्ट्रोल यूनिट को भेजता है (वीसीयू एक ईवी के लिए इस्तेमाल होता है, जबकि एक ईसीयू, आईसीई वाहन के लिए इस्तेमाल होता है) और फिर मोटर कंट्रोलर यूनिट को रिले किया जाता है, जो यह निर्धारित करता है कि व्हीकल राइड मोड में स्विच करेगा या नहीं. 


बिना हेलमेट नहीं चलेगा स्कूटर 


अगर वाहन राइड मोड में है और सिस्टम को पता चलता है कि राइडर ने हेलमेट नहीं पहना है, तो ईवी अपने आप पार्क मोड में चली जाएगी और एक बार जब वाहन पार्क मोड में चला जाता है, तो डैशबोर्ड पर राइडर को हेलमेट पहनने के लिए एक रिमाइंडर दिखाई पड़ेगा. ऐसे में यह सिस्टम यह पता लगाने में सक्षम है, और जब राइडर ने हेलमेट पहन लेता है, तो ही वीसीयू इलेक्ट्रिक स्कूटर/बाइक को राइड मोड पर स्विच करने की अनुमति देगा, और फिर उसके बाद भी यह राइडर की निगरानी करना जारी रखेगा.


टीवीएस भी ला रही है हेलमेट रिमाइंडर सिस्टम


TVS ने भी हाल ही में घोषणा की थी कि वह कैमरा-आधारित हेलमेट रिमाइंडर सिस्टम पर काम कर रही है, लेकिन ओला का सिस्टम कंपनी को दूसरों से आगे ले जाएगा. ऐसा इसलिए क्योंकि अगर राइडर ने हेलमेट नहीं पहना है तो वाहन को आगे चलाया ही नहीं जा सकेगा. जबकि टीवीएस का सिस्टम राइडर को केवल एक चेतावनी संदेश दिखाता है, और इसके पार्क मोड में वाहन के लॉक होने का कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है.


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