Ola IPO आने के बाद बढ़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की ताकत, S1X को मिला PLI सर्टिफिकेट
OLA S1X got PLI Certificate: ओला के IPO की हाल ही में लिस्टिंग हुई थी. मार्केट शेयर में ओला आईपीओ की सफलता के बाद इस ब्रांड के स्कूटर को फिर एक बार PLI सर्टिफिकेट मिला है.
Ola Electric Market Success: ओला इलेक्ट्रिक ने भारत के ईवी बाजार में अपनी धाक जमाई हुई है. Ola ने हाल ही में अपना IPO निकाला. IPO के आने के बाद ओला ने अपनी पहली इलेक्ट्रिक बाइक लॉन्च की. अब ओला आईपीओ की सफलता के बाद इस ब्रांड के स्कूटर को PLI सर्टिफिकेट मिल गया है. Ola S1X के 3 kWh और 4 kWh बैटरी पैक वाले स्कूटर को PLI सर्टिफिकेट मिला है.
Ola S1X को मिला PLI सर्टिफिकेट
Ola S1X तीन बैटरी पैक के साथ भारतीय बाजार में उपलब्ध है. इस स्कूटर के 3 kWh और 4 kWh बैटरी पैक वाले स्कूटर को प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत लाया गया है. ओला इलेक्ट्रिक में S1X सबसे ज्यादा लोकप्रिय स्कूटर में से एक है. ओला के इस स्कूटर ने अपनी बढ़ती लोकप्रियता और पहुंच की वजह से पीएलआई स्कीम के लिए जरूरी मानदंडों को पूरा कर लिया है.
भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय की तरफ से PLI स्कीम के तहत इन वाहनों के लिए मानदंड निर्धारित किए जाते हैं. ओला S1X के दोनों वेरिएंट्स ने 50 फीसदी के न्यूनतम स्थानीयकरण मानदंड के आंकड़े को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया. इसके तहत इन वेरिएंट्स के स्कूटर को PLI सर्टिफिकेट दिया गया है.
ओला S1X की बढ़ी सेल
ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भाविश अग्रवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर लिखा कि इन दो प्रोडक्ट की सेल हमारे कुल ऑर्डर की 50 फीसदी है. जैसे-जैसे हमारी सेल और बढ़ेगी, वैसे ही भारत का ईवी फ्यूचर भी बढ़ता चला जाएगा. इससे पहले Ola S1 Air और Ola S1 Pro भी PLI सर्टिफिकेट हासिल कर चुके हैं.
कैसे मिलता है PLI Certification?
PLI सर्टिफिकेट को मंजूरी ऑटोमेटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया की तरफ से दी जाती है. ये संस्था प्रोडक्ट की टेस्टिंग करती है और साथ ही प्रोडक्ट के कंपोनेंट्स के स्थानीयकरण की भी जांच करती है. ओला S1X के 3 kWh और 4 kWh के सर्टिफिकेशन के बाद अब इस कंपनी के चार प्रोडक्ट को ये सर्टिफिकेट मिल गया है.
क्या है PLI सर्टिफिकेट का फायदा?
ओला के इन स्कूटरों को PLI सर्टिफिकेट मिलने के बाद FY2024 से कंपनी लगातार पांच सालों के लिए इंसेंटिव लेने के योग्य बन गई है. ओला इलेक्ट्रिक का कहना है कि इंसेंटिव की रेंज प्रोडक्ट की डिटरमाइंड सेल्स वैल्यू (DSV) की 13 फीसदी से 18 फीसदी के बीच है.
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