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Disadvantages of Overloading: कार में न बैठाएं जरुरत से ज्यादा लोग, इंजन समेत इन पार्ट्स को पहुंच सकता है नुकसान
Overloading: बहुत से लोग ओवरलोडिंग को कोई बड़ी समस्या नहीं मानते. लेकिन उनका सोचना गलत है. ओवरलोडिंग से कार को ज्यादा नुकसान भी हो सकता है.
Disadvantages of Overloading: अक्सर लोग कार में जरुरत से ज्यादा लोगों को बैठा लेते हैं. दरअसल इसका कारण यह है कि बहुत से लोग ओवरलोडिंग को कोई बड़ी समस्या नहीं मानते. लेकिन उनका सोचना गलत है. ओवरलोडिंग से कार को ज्यादा नुकसान भी हो सकता है. जानते हैं ओवरलोडिंग कार के लिए क्यों हैं खतरनाक.
बॉडी फ्रेम
- ओवरलोडिंग कार के बॉडी फ्रेम के लिए भी खतरनाक है.
- कार का बॉडी फ्रेम एक तय सीमा में ही वजन उठा सकता है.
- लगातार कार में जरुरत से अधिक लोगों को बैठान से बॉडी फ्रेम में दरारें पड़ सकती हैं. ये फ्रेम कमजोर होकर टूट सकता है.
- बॉडी फ्रेम को ठीक कराने में खर्चा भी काफी आता है.
इंजन
- ओवरलोडिंग की वजह से कार का वजन बढ़ता है जिससे इंजन पर दबाव पड़ता है.
- दबाव की वजह से इंजन इतना ज्यादा गर्म हो जाता है कि इसका माइलेज कम होने लगता है.
- ज्यादा समय तक ओवरलोडिंग से कार का इंजन डैमेज हो सकता है.
सस्पेंशन
- सीटिंग कपैसिटी से ज्यादा सवारियां बैठाने पर कार के सस्पेंशन पर दबाव पड़ता है और ये कमजोर होने लगता है.
- लंबे समय तक ओवरलोडिंग होने पर सस्पेंशन टूटने का भी खतरा बना रहता है और आप किसी बड़े हादसे का शिकार हो सकते हैं.
टायर्स
- कार में जरुरत से ज्यादा लोगों को बैठाना टायर्स के लिए भी सही नहीं है.
- ओवरलोडिंग से टायर्स पर ज्यादा दबाव पड़ता है. टायर्स जल्दी घिसते हैं और बार-बार पंक्चर भी हो जाते हैं.
- टायर्स अगर एक बार घिस जाएं तो इन्हें बार-बार बदलवाना भी पड़ता है.
- कार के टायर्स को दुरुस्त रखने के लिए जरुरी है कि ओवरलोडिंग से बचा जाए.
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राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
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