Festive Season PV Sale: इस साल त्यौहारी सीजन में 10 लाख से ज्यादा पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री होने की संभावना
आईएमडी के अगस्त में औसत से कम बारिश के अनुमान को लेकर चिंता जाहिर की है, क्योंकि इसके चलते फसल की पैदावार कम होने की संभावना है. जिससे खासकर ग्रामीण क्षेत्रों की खरीद क्षमता पर असर पड़ सकता है.
Vehicle Sale in Fastive Season: इस साल फेस्टिव सीजन में घरेलू पैसेंजर गाड़ियों के 10 लाख से ज्यादा यूनिट की बिक्री की उम्मीद की जा रही है, खासकर यूटिलिटी गाड़ियों के लिए. क्योंकि इनकी डिमांड काफी मजबूत बनी हुई है. फेस्टिव सीजन 68 दिनों के लिए आता है जो 17 अगस्त से 14 नवंबर के बीच होता है. इसके बीच में कुछ दिन खरीदारी के लिए अच्छे नहीं माने जाते.
पीटीआई के साथ हुई बातचीत में, मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (मार्केटिंग और सेल्स), शशांक श्रीवास्तव ने बताया कि आमतौर पर एक साल में त्योहारी सीजन पर बिक्री सालभर की बिक्री के मुकाबले लगभग 22-26 प्रतिशत होती है. लेकिन इस वित्त वर्ष में पैसेंजर गाड़ियों की कुल बिक्री 40 लाख यूनिट के अंदर रहने की उम्मीद है. वहीं केवल त्योहारी सीजन में ही लगभग 10 लाख यूनिट की बिक्री देखने को मिल सकती है, क्योंकि इस साल बिक्री में मजबूती देखी गई है, जिसके आने वाले महीनों में भी जारी रहने की उम्मीद है.
वहीं इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल, मई, जून और जुलाई में अब तक की सबसे अच्छी बिक्री देखने को मिली है. जुलाई में लगभग 3.52 लाख यूनिट्स की दूसरी सबसे अधिक बिक्री देखी गई, जिसके अगस्त में भी जारी रहने की उम्मीद है. गाड़ियों के लिए लोन की ऊंची कीमत भी चिंता की बात है, क्योंकि लगभग 83 प्रतिशत ग्राहक कार खरीदने के लिए इसी का सहारा लेते हैं.
मारुति सुजुकी का बिक्री के मामले में प्रदर्शन आमतौर पर बाकी कॉम्पिटीटर की तुलना में थोड़ा बेहतर होता है और फेस्टिव सीजन के समय अपनी कुल सालाना बिक्री का लगभग 22-25 प्रतिशत मिलता है. क्योंकि मारुति खासतौर पर बजट गाड़ियों के मामले में मजबूत स्थिति में है, जिन्हें ग्राहक त्यौहारी सीजन में ज्यादा खरीदना पसंद हैं.
इसके साथ साथ मारुति के हाल ही में लॉन्च हुए मॉडल भी त्योहारी सीजन में बिक्री बढ़ाने में सकारात्मक रोल प्ले करेंगे. देश की सबसे बड़ी कार मैन्युफेक्चरर के तौर पर मौजूदा समय में लगभग 43 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी पर काबिज है. बाकी ऑटोमोबाइल कंपनियां भी फेस्टिव सीजन के लिए सकारात्मक हैं.
वहीं ऑटोमोबाइल डीलरों के संगठन FADA ने भी सकारात्क बिक्री की उम्मीद की है. हालांकि आईएमडी के अगस्त में औसत से कम बारिश के अनुमान को लेकर है, चिंता जाहिर की है. क्योंकि इसके चलते फसल की पैदावार कम होने की संभावना है, जिससे खासकर ग्रामीण क्षेत्रों की खरीद क्षमता पर असर पड़ सकता है. FADA देश में 15,000 से ज्यादा ऑटोमोबाइल डीलरों की अगुआई करने वाला संघठन है.