क्या अब दुनिया में पेट्रोल-डीजल कार का जमाना खत्म हो जाएगा? अगले 20 साल में यूरोप के इन देशों में नहीं बिकेगीं पेट्रोल-डीजल कारें
यूरोपीय संघ के इस प्रस्ताव की भनक लगते ही वहां की कुछ कंपनियों ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. साथ ही कई कंपनियों ने इलेक्ट्रिक कारों के प्रोडक्शन के लिए भारी इन्वेस्टमेंट भी किया है.
दुनियाभर में पर्यावरण को बचाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में यूरोपीय यूनियन के 27 देशों ने ये तय किया है कि अगले 20 साल यानी 2040 तक पेट्रोल-डीजल कारों की बिक्री को बंद कर दिया जाएगा. इनकी जगह इलेक्ट्रिक कारें चलाई जाएंगी. जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए ये फैसला किया गया है. इस फैसले को संसद द्वारा पारित करने पर लागू भी कर दिया जाएगा.
सख्त होंगे नियम
यूरोपीय यूनियन के क्लाइमेट चेंज मामलों पर बने कमिशन के प्रस्ताव के मुताबिक 2035 से ही कारों पर उत्सर्जन मानक सख्त इतने कर दिए जाएंगे, जिससे इनका इस्तेमाल इकोनॉमिकली बहुत मुश्किल होगा. साथ ही 2030 तक कार्बन उत्सर्जन को मौजूदा स्तर से कम करने के लक्ष्य को बढ़ाकर 65 फीसदी तक किया जा रहा है.
कंपनियों ने शुरू की तैयारी
पर्यावरण को बचाने के लिए यूरोपीय संघ के इस प्रपोजल से पहले ही यहां की कई कार निर्माता कंपनियों ने पहले से ही इस पर काम शुरू कर दिया है. फॉक्सवैगन ने दावा किया है कि हम यूरोप में 2035 के बाद कम्बश्चन इंजन वाली कारों की बिक्री नहीं करेंगे.
BMW बना रही हाइब्रिड कार
इधर BMW और Renault ने प्लग इन हाइब्रिड कार बनाना शुरू भी कर दिया है, जिनमें कम्बश्चन इंजन के साथ-साथ इलेक्ट्रिक मोटर भी दी गई हैं. वहीं ये कंपनियां भविष्य में इन कारों में से कम्बश्चन इंजन हटाने का दावा कर रही हैं. वहीं कई कंपनियां ऐसी भी हैं जिन्होंने इलेक्ट्रिक कारों के प्रोडक्शन के लिए अच्छा खासा इन्वेस्टमेंट किया है.
ये भी पढ़ें