Electric Car vs Petrol Car: इलेक्ट्रिक कार, पेट्रोल कार से अलग क्यों है? आसान भाषा में समझें
अगर आप भी इलेक्ट्रिक कार खरीदने का प्लान बना रहें हैं तो ये बात आपको पता होनी चाहिये, अन्यथा बाद में पछताना पड़ सकता है.
Petrol Car Risale Value: इलेक्ट्रिक कार, पेट्रोल कार की कुछ चीजों को लेकर लोग अभी भी असमंजस की स्थिति में हैं, जैसे कि कैसी कार लेनी ठीक रहेगा? इसमें कोई शक नहीं कि अब इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री का ग्राफ बढ़ रहा है. लेकिन पेट्रोल कार के चलते अभी इलेक्ट्रिक कार की बिक्री काफी कम है. बिक्री के अलावा इलेक्ट्रिक कार, पेट्रोल कार की तुलना में कैसे अलग है. आइये बताते हैं.
रीसेल वैल्यू कम
ज्यादातर लोग जब कोई कार खरीदते हैं तो ये कोशिश होती है, कि कार ऐसी लें जिसे यूज करने के बाद बेचने पर के समय भी ठीक वैल्यू मिल जाये. लेकिन इस मामले में इलेक्ट्रिक कार, पेट्रोल कार से काफी ज्यादा पीछे है. अभी भी पेट्रोल कार रीसेल वेल्यू के मामले में आगे है.
क्यों कम है रीसेल वेल्यू
इलेक्ट्रिक कार के बारे में सोचते ही सबसे पहला ख्याल कार की बैटरी का आता है और यही बैटरी, इलेक्ट्रिक कार की रीसेल वेल्यू कम होने की मुख्य वजह हो सकती है. क्यूंकि उस बैटरी में पूरी कार की कीमत का लगभग 40% प्रतिशत हिस्सा जोकि एक बड़ा अमाउंट है.
कम बैटरी लाइफ
ज्यादातर ईवी बनाने वाली कंपनियां अपने इलेक्ट्रिक वाहनों पर 8 साल तक की वारंटी दे देतीं हैं. लेकिन जैसे ही आपकी कार यूज होना शुरू हो जाती और बैटरी की वारंटी खत्म हो जाती है, तो बैटरी को बदलवाने में आपको मोटी लागत लगती है. जिसका फर्क भी कार की रीसेल वैल्यू पर पड़ता है. कई बार ऐसा भी देखा जाता है, कि इलेक्ट्रिक कार का ज्यादा यूज करने पर बैटरी को बार-बार चार्ज करना पड़ता है. जिससे बैटरी जल्दी ही ख़राब होने लगती है और बैटरी को जल्दी ही बदलबाने की नौबत आ जाती है.
हालांकि अभी इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि, समय के साथ-साथ इलेक्ट्रिक कारें अपने नए वर्जन के साथ पेश होंगी. जिसकी वजह से पुराने मॉडल्स की रीसेल वेल्यू में और भी कमी देखने को मिल सकती है.