Petrol vs Diesel vs CNG Car in India: देश में दिवाली का माहौल दिखने लगा है. यही वो त्यौहार है, जिस पर ज्यादातर लोग अपने घर में कार लाने का प्लान बना के रखते हैं. अगर आप भी इस बार कार खरीदने का मन बना चुके हैं, लेकिन पेट्रोल, डीजल और सीएनजी में कंफ्यूज हैं. तो आगे हम कुछ बातें बताने जा रहे हैं, जिनको ध्यान में रखकर आप अपने लिए बेस्ट ऑप्शन चुन सकते हैं.
फ्यूल की कीमत- आप जो भी कार खरीदने जा रहे हैं, उसके फ्यूल की कीमत क्या चल रही है, ये सबसे जरुरी चीज है. क्योंकि कार खरीदने के बाद आपकी जेब सबसे ज्यादा इसी में ढीली होने वाली है.
कार की कीमत- अलग अलग फ्यूल के हिसाब से ही कार की कीमत होती है. जैसे पेट्रोल कार कीमत के मामले में सबसे किफायती और डीजल कार महंगी होती है. वहीं सीएनजी कार की कीमत दोनों के बीच में देखने को मिलती है.
परफॉर्मेंस- पिकअप की बात करें तो, पेट्रोल इस मामले में आगे है. जबकि डीजल इंजन शुरुआत में कम लेकिन जल्द ही अच्छा पिक-अप पकड़ लेता है. सीएनजी इस मामले में दोनों के मुकाबले कम पावर जेनरेट करती है.
कम्फर्ट- इस मामले में पेट्रोल फ्यूल कार ज्यादा बेहतर है. क्योंकि इनके केबिन में शोर शराबा और वाइब्रेशन कम महसूस होता है. जबकि डीजल गाड़ियां इस मामले में पेट्रोल इंजन से पीछे होती हैं. सीएनजी गाड़ियां भी काफी हद तक पेट्रोल इंजन की तरह ही कम्फर्ट फील कराती हैं.
बूट स्पेस- बूट स्पेस के मामले में पेट्रोल और डीजल गाड़ियां ठीक हैं. जबकि सीएनजी किट की वजह से स्पेस कम हो जाता है.
माइलेज- इस मामले सीएनजी फ्यूल कार सबसे बेहतर ऑप्शन है, उसके बाद डीजल और पेट्रोल सबसे पीछे है. जिसका सीधा असर रनिंग कॉस्ट पर पड़ता है.
पॉल्यूशन के लिहाज से- इस मामले में पेट्रोल और डीजल गाड़ियां ज्यादा हानिकारक गैसों का उत्सर्जन करती हैं. वहीं सीएनजी को इको फ्रेंडली माना जाता है.
फ्यूल अवेलेबिलिटी- पेट्रोल और डीजल को आप कहीं भी कुछ मिनट में ही गाड़ी में डलवा सकते हैं, जबकि सीएनजी के लिए कहीं कहीं थोड़ी मुश्किल देखने को मिलती है.
कार लाइफ- डीजल गाड़ियां इस मामले में बेहतर होती है और लंबी पारी खेलती हैं. जबकि पेट्रोल और सीएनजी गाड़ियों का इंजन डीजल के मुकाबले कम चलता है.
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