Passenger Vehicles In India: पिछले 10 सालों में दोगुना बढ़ी पैसेंजर व्हीकल की बिक्री, तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य
मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ संतोष अय्यर ने कहा कि भारत मोबिलिटी एक्सपो भारतीय मोबिलिटी सेगमेंट के महत्व को दर्शाता है...पढ़ें पूरी खबर.
Bharat Mobility Show 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि 2014 के बाद से देश में 210 मिलियन से ज्यादा वाहन बेंचे गए हैं, जो कि 2014 से पहले के 10 सालों में 120 मिलियन थे. वह शुक्रवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो को संबोधित कर रहे थे. उनके मुताबिक, 10 साल पहले करीब 2,000 इलेक्ट्रिक वाहन प्रति वर्ष बेचे जा रहे थे. जबकि अब 1.2 मिलियन इलेक्ट्रिक वाहन बेचे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि, “पिछले 10 सालों में पैसेंजर वाहनों में लगभग 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.”
सरकार दे रही है इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर
उन्होंने इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भारत में हो रही प्रगति के बारे में भी बात की, जिसमें उन्होंने कहा, “हम समुद्र और पहाड़ों को चुनौती दे रहे हैं, और रिकॉर्ड समय में इंजीनियरिंग नमूनों का निर्माण कर रहें हैं. अटल टनल से लेकर अटल सेतु तक, भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर नए कीर्तिमान बना रहा है. पिछले 10 वर्षों में 75 नए हवाई अड्डे बनाए गए हैं. साथ ही लगभग 400,000 ग्रामीण सड़कों का निर्माण भी किया गया है.”
तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य
उन्होंने उद्योगों को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कच्चे माल का उपयोग करके बैटरी बनाने के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट (आरएंडडी) करने के लिए भी प्रोत्साहित किया. मोदी ने कहा कि भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है और उनकी सरकार के तीसरे कार्यकाल में यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा. इस साल अप्रैल-मई में आम चुनाव होने वाले हैं. भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री ने यह भी घोषणा की कि चरण-1 में ट्रक और टैक्सी चालकों के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे 1,000 एडवांस वेटिंग रूम बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा, "हमारी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत का दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना निश्चित है."
सभी वाहन निर्माताओं ने दिखाई प्रतिबद्धता
प्रमुख वाहन निर्माताओं ने वाहन निर्माता गतिशीलता के लिए प्रतिबद्ध हैं भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में, सस्टेनेबल मोबिलिटी के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए, मारुति सुजुकी, हुंडई मोटर इंडिया, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टोयोटा, मर्सिडीज-बेंज और बीएमडब्ल्यू सहित अन्य कंपनियों ने आवश्यकता के अनुसार सीएनजी, हाइब्रिड से लेकर इलेक्ट्रिक तक कई फ्यूल टेक्नोलॉजी वाले अलग अलग प्रकार के वाहन पेश किए हैं.
मारुति सुजुकी ने कहा
कार बाजार की अग्रणी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने स्काईड्राइव ई-फ्लाइंग कार के साथ अपनी कांसेप्ट ईवीएक्स, फ्लेक्स-फ्यूल वैगनआर, मजबूत हाइब्रिड ग्रैंड विटारा और जिम्नी पेश की. मारुति सुजुकी इंडिया के कार्यकारी निदेशक राहुल भारती ने मीडिया को बताया, ''हम भविष्य में सस्टेनेबल मोबिलिटी के लिए सभी टेक्नोलॉजी ऑप्शंस पर विचार कर रहे हैं." उन्होंने कहा कि कंपनी इस साल भारत में अपनी पहली फुल इलेक्ट्रिक ईवीएक्स एसयूवी लॉन्च करेगी, और इसे जापान और यूरोप में निर्यात भी किया जाएगा, इस प्रकार ईवी आयात करने की प्रवृत्ति को उलट दिया जाएगा और सरकार की मेक इन इंडिया पहल में मदद मिलेगी.
मर्सिडीज-बेंज ने क्या कहा?
मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ संतोष अय्यर ने कहा कि भारत मोबिलिटी एक्सपो भारतीय मोबिलिटी सेगमेंट के महत्व को दर्शाता है. उन्होंने कहा, "सभी बेनेफिशिएरिज को एक छत के नीचे लाने की यह सरकार की बहुत अच्छी पहल है. आज, कारें सिर्फ वाहन नहीं हैं, सॉफ्टवेयर भी इसमें एक बड़ी भूमिका निभाता है. इसलिए, नैसकॉम जैसे संगठनों का यहां भाग लेना बहुत अच्छा है." कंपनी ने जीएलए और एएमजी जीएलई 53 कूप के साथ अपने प्रमुख ऑफ-रोडर जी वैगन के इलेक्ट्रिक वर्जन 'कॉन्सेप्ट ईक्यूजी' का प्रदर्शन किया.
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