Cruise Control Inventor: आंखों में नहीं थी रोशनी, फिर भी किया ये आविष्कार, आज भी दुनिया इस व्यक्ति की कर्जदार
Ralph Teetor Inventor of Cruise Control: आज के समय में गाड़ियों में कई एडवांस टेक्नोलॉजी के फीचर्स आ गए हैं. लेकिन सालों पहले एक ऐसा आविष्कार हुआ था, जिसका इस्तेमाल आज भी गाड़ियों में किया जा रहा है.
Blind Inventor in Automobile Industry: राल्फ टीटर एक ऐसे आविष्कारक हैं, जिन्होंने गाड़ी चलाने के तरीके को ही पूरी तरह से बदलकर रख दिया. राल्फ टीटर की आंखों की रोशनी महज पांच साल की उम्र में ही चली गई थी. लेकिन उन्होंने अपने जीवन से हार नहीं मानी और अपने आविष्कार से ऐसा मुकाम हासिल किया कि आज भी उनका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है.
पांच साल की उम्र में चली गई आंखों की रोशनी
राल्फ टीटर जब केवल पांच साल के थे, तब चाकू से काम करते वक्त अचानक ही उनकी एक आंख में चाकू चला गया और उसमें चोट लग गई. इस घटना के एक साल के अंदर ही उनकी दोनों आंखों की रोशनी चली गई. राल्फ टीटर की दिलचस्पी शुरू से ही ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में थी. इसी वजह से 13 साल की उम्र में ही राल्फ टीटर ने अपने फैमिली बिजनेस परफेक्ट सर्किल कॉर्पोरेशन को ज्वाइन कर लिया. इस कंपनी में आगे चलकर ये एक लीड इंजीनियर बने.
कारों की दुनिया में लाए रिवॉल्यूशन
राल्फ टीटर को दुनिया में क्रूज कंट्रोल के आविष्कार के लिए जाना जाता है. राल्फ टीटर ने अपने आविष्कार को अंजाम अपने ड्राइवर की एक बुरी आदत की वजह से दिया. इनका ड्राइवर टीटर के कहे बिना ही गाड़ी की स्पीड को बार-बार बदलता रहता था, जो कि राल्फ टीटर को बिल्कुल भी पसंद नहीं था. इसी समस्या से निजात पाने के लिए राल्फ टीटर ने क्रूज कंट्रोल के आविष्कार को अंजाम दिया.
राल्फ टीटर ने क्रूज कंट्रोल का आविष्कार साल 1948 में किया था. इसके लिए टीटर ने 11 अगस्त को पेटेंट भी फाइल किया था. राल्फ टीटर के पेटेंट को मंजूरी 12 अगस्त, साल 1950 में मिली थी.
क्या है क्रूज कंट्रोल?
क्रूज कंट्रोल गाड़ियों में मिलने वाला एक ऐसा फीचर है, जिससे गाड़ी को एक ही स्पीड पर चलाने में मदद मिलती है. क्रूज कंट्रोल के फीचर की मदद से गाड़ी को एक स्पेसिफिक स्पीड पर सेट कर दिया जाता है, जिससे एक्सीलेटर पैडल से पैर हटाने के बाद भी गाड़ी उसी स्पीड पर चलती रहती है.
लॉन्ग ड्राइव के वक्त ये फीचर ज्यादा मददगार साबित होता है. क्रूज कंट्रोल के फीचर का इस्तेमाल करके गाड़ी को एक स्पीड पर सेट करने के बाद आप अपने पैर को कुछ समय के लिए आराम दे सकते हैं. लेकिन गाड़ी चलाते वक्त सावधानी से ही इस फीचर का इस्तेमाल करना चाहिए.
नई तकनीक के लिए खुले रास्ते
क्रूज कंट्रोल के आविष्कार के बाद ही कई और नई टेक्नोलॉजी के लिए रास्ते खुल गए. इस फीचर के बाद ऑटोनोमस व्हीकल्स को लाया जा सका. इसके अलावा गाड़ी में GPS नेविगेशन, हजार्ड ऑटोमेटिक ब्रेकिंग और लेन असिस्ट सिस्टम के फीचर को भी कार में लाया गया.
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