'तुम कभी कार नहीं बना सकते', रतन टाटा से किसने कही थी ये कड़वी बात? फिर कैसे लिया बदला?
Ratan Tata Birth Anniversary: रतन टाटा की आज की 87 वीं बर्थ एनिवर्सिरी है. भारत के सक्सेसफुल बिजनेसमैन रहे रतन टाटा ने किस तरह एक कार कंपनी से बदला लिया और क्या थी इस बदले की वजह, यहां जानिए.
Business Tycoon Ratan Tata: रतन टाटा आज लोगों के बीच नहीं है. लेकिन उनकी यादें आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं. रतन टाटा ने किस तरह टाटा मोटर्स को खड़ा किया और इस कंपनी को उस ऊंचाई तक पहुंचाया कि आज देश में इस ब्रांड की कारें सेफ्टी की गारंटी बन रही हैं. टाटा मोटर्स की ज्यादातर गाड़ियों को क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग हासिल हो चुकी है. लेकिन एक दौर वो भी था, जब रतन टाटा से किसी ने कहा था कि 'तुम कभी कार नहीं बना सकते'.
भारतीय उद्योगपति रतन टाटा का निधन इसी साल 9 अक्टूबर 2024 को हुआ. रतन टाटा ने मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल ट्रस्ट में आखिरी सांस ली. आज शनिवार, 28 दिसंबर 2024 को रतन टाटा की 87 वीं बर्थ एनिवर्सिरी है. आज के दिन हम आपको बताते हैं रतन टाटा से जुड़ा वो किस्सा, जिसने उन्हें बुलंदियों पर पहुंचाया.
फोर्ड की JLR
फोर्ड (Ford) की कारें दुनियाभर में काफी मशहूर हैं. साल 1989 में फोर्ड ने British Leyland से जगुआर खरीदी. ये डील 2.5 बिलियन डॉलर में हुई थी. उस दौर में फोर्ड ने केवल Jaguar ही नहीं खरीदी, बल्कि ऑस्टिन मार्टिन और वॉल्वो जैसी कंपनी को भी अपने वेंचर्स में शामिल कर लिया. वहीं साल 2000 में फोर्ड ने लैंड रोवर खरीदकर ऑटो इंडस्ट्री में अपना दबदबा कायम किया.
Ford का बुरा दौर
फोर्ड के लिए बुरा दौर भी आया, जब साल 2006 में यूनाइटेड स्टेटस ऑटो मार्केट में कंपनी को करीब 12.7 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ. इस नुकसान की भरपाई के लिए फोर्ड को कई कंपनियां बेचनी पड़ीं. साथ ही ऑटोमेकर्स ने अपने सात मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भी बंद कर दिए. यहां तक कि फोर्ड को जगुआर और लैंड रोवर बेचने के लिए नीलामी का ऐलान भी करना पड़ा.
रतन टाटा का बदला
फोर्ड से जगुआर लैंड रोवर खरीदने वाले शख्स कोई और नहीं, बल्कि भारतीय उद्योपति रतन टाटा थे. रतन टाटा ने फोर्ड से ये कंपनी साल 2008 में 2.3 बिलियन डॉलर में खरीदी और इसी के साथ JLR को टाटा ग्रुप का हिस्सा बना लिया. यहां गौर करने वाली बात ये है कि रतन टाटा के JLR खरीदने से ठीक 10 साल पहले फोर्ड ने ही टाटा ग्रुप से कहा था कि कि 'तुम लोग कार नहीं बना सकते'. वहीं साल 2008 में भारत की उसी कंपनी ने फोर्ड को दिवालिया होने से बचाया था. आज टाटा मोटर्स की कारें देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी पसंद की जा रही हैं.
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