Hydrogen Vehicle: वाहन निर्माता कंपनियां अब अपना फोकस पारंपरिक पेट्रोल-डीजल वाहनों की तरफ से हटाकर, स्वच्छ ऊर्जा चालित वाहनों को बनाने में लगा रही हैं. ताकि प्रदूषण की गंभीर होती समस्या से बचा जा सके. भारतीय ऑटो बाजार में अब एक के बाद इलेक्ट्रिक कारों की एंट्री हो रही है, इसी बीच रिलाइंस इंडस्ट्रीज ने आज भारी वाहन सेगमेंट में अपने 'हाइड्रोजन' से चलने वाले ट्रक को 'इंडिया एनर्जी वीक' में पेश कर दिया. आगे हम आपको इसके बारे में ही जानकारी देने जा रहे हैं.
भारत का पहला हाइड्रोजन चालित ट्रक
रिलायंस इंडस्ट्रीज की तरफ से पेश किया गया ये हाइड्रोजन (H2-ICE) चालित ट्रक, देश का ऐसा पहला ट्रक बन गया. हाइड्रोजन से चलने वाले इस ट्रक की पावर क्षमता कंबंशन इंजन की तरह ही होती है, लेकिन इससे कार्बन उत्सर्जन न के बराबर होता है. क्योंकि हाइड्रोजन चालित गाड़ियों में उत्सर्जन के तौर पर पानी और ऑक्सीजन बाहर निकलती है.
अशोक लेलैंड भी हाइड्रोजन ट्रक कर चुका है पेश
रिलायंस के साथ-साथ दिग्गज भारी वाहन निर्माता अशोक लीलेंड ने भी अपने हाइड्रोजन से चलने वाले ट्रक पेश कर कर दिया. कंपनी के मुताबिक, इसका मकसद देश में अलग तरह के फ्यूल सेगमेंट का विकल्प तैयार करना, साथ ही 'आत्मनिर्भर भारत' की तरफ आगे बढ़ना भी है.
टोयोटा हाइड्रोजन कार
कार निर्माता कंपनी टोयोटा भारत में अपनी पहली हाइड्रोजन कार के प्रोटोटाइप मॉडल (हाइड्रोजन मिराई) को पेश कर चुकी है.
ग्रीन एनर्जी के लिए शुरू हो रहे प्रोजेक्ट
देश में ग्रीन एनर्जी को बढ़ाबा देने के लिए रिलायंस इंडस्ट्री अपने डिसॉर्बोनाइजेशन ड्राइव के अपने हिस्से के तौर पर गुजरात में तमाम प्रोजेक्ट को शुरू करने जा रही है. कंपनी इसमें 6 लाख करोड़ का निवेश करेगी. ताकि 100 GW इलेक्ट्रिसिटी पावर ग्रिड के साथ-साथ हरित हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र भी डेवेलप किया जा सके. जिसके अंदर अगले 10-15 सालों में तक़रीबन 5 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट किया जायेगा.
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