Scam on Fuel Pump: आजकल कई तरह के स्कैम सामने आ रहे हैं, जिनमें लोग फंसकर अपना हजारों या लाखों का नुकसान कर बैठते हैं. वहीं अब एक और स्कैम सामने आ रहा है, जो कि लोगों के साथ फ्यूल पंप पर पेट्रोल, डीजल या सीएनजी भरवाने के दौरान देखा जा रहा है. इसमें फ्यूल मीटर में गड़बड़ी करके शॉर्ट फ्यूलिंग के जरिए लोगों के साथ स्कैम हो सकता है.


फ्यूल भरवाते वक्त मीटर पर दें ध्यान


पेट्रोल पंप पर गाड़ी में फिलिंग करवाते वक्त मीटर पर नजर रखनी चाहिए. वहीं जब भी आप पेट्रोल भरवाएं, तो 200 रुपये, 400 रुपये या 1000 रुपये जैसी राउंड फिगर अमाउंट की जगह इसमें पांच-दस रुपये ऊपर-नीचे करके फ्यूल भरवायें. इसके पीछे की वजह है कि कुछ फ्यूल पंप पर मशीनों को गड़बड़ी के साथ रखा जाता है, जिससे शॉर्ट फ्यूलिंग हो सकती है.


फ्यूल डेंसिटी का भी रखें ध्यान


जब भी आप गाड़ी या बाइक में फ्यूल डलवाते हैं, तो मीटर में उस फ्यूल की डेंसिटी की भी जांच करें. पेट्रोल के लिए ये डेंसिटी 730 से 800 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और डीजल के लिए 830 से 900 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होनी चाहिए. अगर पेट्रोल डेंसिटी 730 यूनिट से कम है, तो इसका मतलब है कि पेट्रोल में मिलावट की गई है. वहीं डीजल डेंसिटी भी अगर 830 यूनिट से कम दिखती है, तो उसमें भी मिलावट होना तय है.


फ्यूल मीटर पर प्राइस जंप


फ्यूल मीटर में प्राइस सेक्शन की ओर भी ध्यान देना जरूरी है. अगर मीटर में फ्यूल भरवाते वक्त प्राइस में 3-4 रुपये का जंप दिखता है, तो ये एक सामान्य बात है. लेकिन अगर कीमत में सीधे 10 ये 20 रुपये का उछाल दिखता है, तो समझ जाइए कि मीटर के साथ छेड़खानी की गई है. इस तरह के स्कैम से बचने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है. सावधानी न बरतने की स्थिति में आपके साथ धोखा हो सकता है.


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