Second-Hand Bike Tips: सेकंड-हैंड बाइक खरीदते वक्त फ्यूल एफिशियंसी का रखें ध्यान, फॉलो करें ये टिप्स
Second-Hand Bike Buying Tips: सेकंड-हैंड बाइक खरीदते वक्त कई बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है. बाइक की फ्यूल एफिशियंसी के साथ ही वाहन के सभी पार्ट्स की जांच करना भी जरूरी है.
How To Buy Second-Hand Bike: मोटरसाइकिल आज के समय में लोगों की रोजाना की जरूरत बन चुकी है. लोगों के हर दिन के काम को इस दो पहिया वाहन ने आसान बना दिया है. वहीं कई लोगों को बाइक राइडिंग का शौक भी काफी होता है. मार्केट में साधारण से लेकर दमदार स्पोर्ट्स बाइक जैसे मॉडल आ रहे हैं. लेकिन कई लोग नई बाइक खरीदने में सक्षम नहीं होते. इसके लिए वो सेकंड-हैंड बाइक खरीदना चाहते हैं.
लेकिन सेकंड-हैंड बाइक खरीदने वक्त उस वाहन की कंडीशन के साथ ही कई पैरामीटर का ध्यान रखना जरूरी है. अगर आप यूज्ड बाइक को बिना जांचे-परखे खरीदते हैं, तो आपको नुकसान भी हो सकता है. सेंकंड-हैंड बाइक खरीदते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
बाइक लेने की वजह
सेकंड-हैंड बाइक खरीदने से पहले आपको पता होना चाहिए कि आप इस मोटरसाइकिल को किस तरह इस्तेमाल में लाएंगे. इसके पीछे की वजह है कि बाजार में बाइक्स के कई ऑप्शन मौजूद हैं. इसमें स्पोर्ट्स बाइक्स, क्रूजर्स, एडवेंचर टूयरर्स, स्ट्रीट नेक्ड जैसी कई तरह की बाइक हैं. इसके साथ ही आपको ये भी तय करना होगा कि आप ऐसी बाइक चाहते हैं कि जो लंबी दूरी की यात्रा तय कर सके या ऐसी बाइक जो कंफर्ट और बेहतर फ्यूल एफिशियंसी दे. बाइक खरीदने से पहले इन मानकों पर विचार करना बहुत जरूरी है.
टेस्ट राइड लेना है जरूरी
बाइक खरीदने से पहले टेस्ट राइड लेना न भूलें. मोटरसाइकिल की टेस्ट राइडिंग से उस वाहन के कंपोनेंट्स सही तरीके से काम कर रहे हैं या नहीं, इसके बारे में जानकारी मिलती है. इसमें इंजन, सस्पेंशन, ब्रेक्स, इलेक्ट्रिकल्स, इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर समेत कई पार्ट्स शामिल हैं. बाइक लेने से पहले उस बाइक के मालिक की डिटेल्स भी ले लें. ऐसा उस समय जरूरी हो जाता है, जब किसी वाहन को कई बार बेचा गया हो.
डील करते वक्त मोल-भाव करें
सेकंड-हैंड बाइक की डीलिंग के वक्त मोल-भाव करना जरूरी हो जाता है. इसके पीछे की वजह है कि जब आप सेकंड-हैंड बाइक खरीद रहे होते हैं, तो उसे प्रयोग में लाने से पहले मोटरसाइकिल में कुछ बदलाव की जरूरत होती है. आपको गाड़ी के टायरों को बदलना पड़ सकता है. इसके लिए डीलिंग के वक्त इन सभी बातों को सामने लाकर आप मोल-भाव कर सकते हैं. डील फाइनल करने वक्त अपने बजट का भी ख्याल रखें. अपने तय किए गए बजट के अनुसार ही सेकंड-हैंड मोटरसाइकिल खरीदें.
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