(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Petrol Pump: इन 5 तरीकों से पेट्रोल पंप पर होती है ग्राहकों से ठगी, रहें सावधान
जब भी आप पेट्रोल पंप पर जाएं तो पेट्रोल के कीमत की जांच जरूर कर लें. कोई भी पेट्रोल पंप डीलर, फ्यूल के लिए अधिक कीमत नही ले सकता है. इसलिए मशीन पर दिखने वाले फ्यूल के कीमत को जांच जरूर कर लें.
Fuel Pump Tips: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के ग्राहकों की जेब पर बहुत अधिक बोझ पड़ा है. इसके साथ ही बहुत से फ्यूल फीलिंग स्टेशंस पर ग्राहकों के साथ ठगी भी हो जाती है, जिससे उनका फ्यूल खर्च और अधिक बढ़ जाता है. लेकिन आपके साथ पेट्रोल पंप पर कोई ठगी न हो इसके लिए आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स के बारे में बताने वाले हैं, जिन्हें अपनाकर आप सुरक्षित रह सकते हैं.
कम फ्यूल भरना
यदि ग्राहक सतर्क नहीं है तो ग्राहकों से ठगी करने का यह तरीका बहुत सामान्य है. ऐसा तब होता है जब ग्राहक एक निश्चित राशि का फ्यूल अपने वाहन में भरवाता है, लेकिन फ्यूल स्टेशन का कर्मचारी मीटर को रीसेट नहीं करता है, और ग्राहक को पूरी राशि का भुगतान करना पड़ता है, लेकिन फ्यूल कम मिलता है. इस तरह ठगे जाने के बाद बहुत कम लोगों को इसका पता चल पाता है.
फीलिंग मशीन में चिप से खिलवाड़
कई बार कम तेल भरने के लिए फ्यूल पंप मालिक और कर्मी मशीन में एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगा देते हैं. जिससे मीटर पर पूरी मात्रा में तेल दिखाएगा, लेकिन ग्राहक को कम फ्यूल मिलता है. तेलंगाना में 2020 में इस तरह की एक घटना सामने आई थी, जहां इलेक्ट्रॉनिक चिप्स के जरिए प्रति 1,000 मिलीलीटर पेट्रोल/डीजल पर ग्राहकों को 970 मिलीलीटर फ्यूल मिलता था. यदि आपको पेट्रोल की मात्रा पर संदेह है, तो आप पांच लीटर टेस्ट के मांग कर सकते हैं. पेट्रोल पंपों में 5 लीटर का नाप होता है जो नापतौल विभाग से प्रमाणित होता है. जिससे आप फ्यूल की मात्रा की जांच कर सकते हैं.
बिना अनुमति के सिंथेटिक तेल भरना
कुछ पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों के वाहन में बिना पूछे रेगुलर फ्यूल की जगह सिंथेटिक तेल भर दिया जाता है. सिंथेटिक तेल, सामान्य तेल से करीब 5 से 10 प्रतिशत महंगा होता है, इसलिए ग्राहकों को अधिक राशि चुकानी पड़ती है. इसलिए तेल भराने से पहले पंप अटेंडेंट को इस बारे में साफ निर्देश देना न भूलें.
खराब फ्यूल क्वालिटी
यदि आपको अपने वाहन में भरे जा रहे फ्यूल की क्वालिटी पर शक है, तो आप इंजन फिल्टर पेपर टेस्ट की डिमांड कर सकते हैं. कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट 1986 के अनुसार हर पेट्रोल पंप पर फिल्टर पेपर होना चाहिए और जरूरत पड़ने पर ग्राहक को दिया जाना चाहिए. पेट्रोल मिलावटी है या नहीं यह जानने के लिए फिल्टर पेपर पर पेट्रोल की कुछ बूंदे डालें, अगर फिल्टर पेपर पर दाग छूटता है तो पेट्रोल मिलावटी है और अगर ऐसा नहीं है तो पेट्रोल शुद्ध है. खराब क्वालिटी का फ्यूल आपके वाहन को भी नुकसान पहुंचा सकता है.
पेट्रोल का दाम
जब भी आप पेट्रोल पंप पर जाएं तो पेट्रोल के कीमत की जांच जरूर कर लें. कोई भी पेट्रोल पंप डीलर, फ्यूल के लिए अधिक कीमत नही ले सकता है. इसलिए मशीन पर दिखने वाले फ्यूल के कीमत को जांच जरूर कर लें.