भारत में जल्द शुरू हो सकती है सेमीकंडक्टर यूनिट! यहां समझिए इससे नई गाड़ी लेने वालों को क्या फायदा होगा?
अब कार निर्माता कंपनियां अपनी कार में एक से बढ़कर एक लेटेस्ट टेक्नोलॉजी देने में लगी हुई हैं, जिसकी वजह से सेमीकंडक्टर की जरुरत और भी ज्यादा बढ़ती जा रही है.
Semiconductor Problem in India: लगभग पूरी दुनिया के साथ भारत भी पिछले कुछ समय से सेमीकंडक्टर की कमी का सामना कर रहा है. जिसका असर ऑटो इंडस्ट्री समेत पूरे आईटी सेक्ट्रर भी पड़ रहा है. लेकिन अब इससे जल्द उबरने की उम्मीद नजर आ रही है. हाल ही में, भारत सरकार में आईटी और कम्युनिकेशन मिनिस्टर, अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि देश में पहले सेमीकंडक्टर फेब्रिकेशन यूनिट के शुरू होने की घोषणा जल्द ही की जा सकती है. सेमीकंडक्टर क्या है? किन-किन चीजों में प्रयोग होता है? और इसके देश में बनने से क्या फायदा होगा? इसके बारे में हम आगे जानकारी देने जा रहे हैं.
समीकंडक्टर क्या है?
गाड़ियों में यूज होने वाली चिप को सेमीकंडक्टर भी कहा जाता है. आजकल आने वाली सभी तरह की गाड़ियों में इनका प्रयोग होता है. जिसकी वजह से ही लेटेस्ट फीचर्स काम करते हैं. ये सेमीकंडक्टर ही होता है, जो ICE इंजन वाली गाड़ियों से निकलने वाले उत्सर्जन को मैनेज करता है. तो वहीं इलेक्ट्रिक कार में बैटरी से खपत होने वाली पावर को भी नियंत्रित करने का काम करता है.
कार में सेमीकंडक्टर का प्रयोग क्यों किया जाता है?
अब कार निर्माता कंपनियां अपनी कार में एक से बढ़कर एक लेटेस्ट टेक्नोलॉजी देने में लगी हुई हैं, जिसकी वजह से सेमीकंडक्टर की जरुरत और भी ज्यादा बढ़ती जा रही है. गाड़ियों में सेमीकंडक्टर का प्रयोग रेडियो टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम से लेकर एयर कंडीशनर के साथ-साथ सेफ्टी इक्विपमेंट जैसे एयरबैग, सीटबेल्ट टेन्शनर्स, एबीएस और स्टेबिलाइजेशन सिस्टम आदि में होता है.
इसकी कमी पूरी होने से कार वेटिंग पीरियड पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
केवल भारत में ही नहीं, लगभग पूरी दुनिया पर सेमीकंडक्टर की कमी का प्रभाव पड़ा है. क्योंकि इस चिप के बिना गाड़ियों का चल पाना अब नामुमकिन सा है. इसीलिए सेमीकंडक्टर की सप्लाई में कमी होने की वजह से ही वाहन निर्माता कंपनियां अपनी पूरी क्षमता के साथ उत्पादन नहीं कर पा रहीं. जिसकी वजह से कार खरीदने वाले ग्राहकों को कंपनियों की तरफ से लंबे वेटिंग पीरियड का सामना करना पड़ रहा है.