Electric Two Wheelers: बारिश के मौसम में अपने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की ऐसे करें सुरक्षा, अपनाएं ये पांच उपाय
भारत में किसी भी वाहन को सड़क पर चलाने के लिए बीमा अनिवार्य है, लेकिन अधिकांश बीमा कंपनियों वाहन को बाढ़ से होने वाली नुकसान का कवर नहीं देती हैं...पढ़ें पूरी खबर.
Electric Two Wheelers Tips: भारत जैसे देश में ज्यादातर समय गर्मी पड़ती है, लेकिन बारिश के मौसम में लोगों को गर्मी से कुछ राहत जरूर मिलती है, हालांकि ऐसे समय में वाहन चलाने वाले लोगों को काफी परेशानी भी होती है, खासकर उन लोगों को, जिनके पास बैटरी से चलने वाले वाहन हैं. यदि आप भी एक बैटरी वाहन के मालिक हैं, तो आज हम आपको बताने वाले हैं, कुछ ऐसे महत्वपूर्ण टिप्स के बारे में, जिन्हें मॉनसून के समय आपको अपने वाहन की सुरक्षा के लिए जरूर अपनाना चाहिए.
सेफ पार्किंग एरिया तलाश करें
बारिश के मौसम में अपने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन के लिए एक सुरक्षित पार्किंग एरिया की तलाश जरूर करें. जब भी संभव हो, अपने वाहन को किसी बंद या ढके हुए स्थान पर पार्क करें. यदि यह संभव न हो तो वाहन पर एक कवर जरूर लगाएं. क्योंकि लंबे समय तक बारिश के संपर्क में रहने से बैटरी और अन्य पार्ट्स पर नमी जमा हो जाएगी, जिससे इसमें जंग लग सकती है. इसके अलावा, इलेक्ट्रिक वाहनों में सामान्य आईसीई वाहनों की तुलना में बहुत अधिक इलेक्ट्रिक कंपोनेंट्स होते हैं, इसलिए, जहां ईवी को पार्क किया जाए, वहां इसकी बहुत अधिक देखभाल करनी चाहिए. अपने वाहन पेड़ों या खंभों के पास पार्क न करें.
चार्जिंग कंपोनेंट्स को सुरक्षित रखें
इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग कंपोनेंट्स में पानी न पहुंचे, इसकी भरपूर कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि नमी के कारण न केवल चार्जिंग डिवाइस को बल्कि चार्जर से कनेक्ट होने पर बैटरी को भी अधिक नुकसान पहुंचेगा, क्योंकि इससे शॉर्ट सर्किट हो सकती है. साथ ही बारिश के संपर्क में आने वाले चार्जिंग स्टेशनों का प्रयोग न करें.
बैटरी हेल्थ को करें चेक
इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन की बैटरी को हमेशा चेक करते रहें. साथ ही किसी इन्सुलेशन या कनेक्टर में खराबी की भी समय-समय पर जाँच करें और यदि कोई गड़बड़ी मिले तो स्कूटर या बाइक चालू किए बिना सर्विस सेंटर पर चेक करवाएं. साथ बैटरी पर दी गई आईपी रेटिंग का भी ध्यान रखें, जो बैटरी के सेफ्टी लेवल को दर्शाता है.
बाढ़ वाली सड़कों पर न जाएं
इलेक्ट्रिक वाहन कम पानी भरे सड़कों पर चल सकते हैं, लेकिन अधिक पानी वाले रास्तों पर इन्हें लेकर जाना खतरनाक हो सकता है. इलेक्ट्रिक बाइक और स्कूटर के अंदरूनी हिस्से में बहुत सारे इलेक्ट्रॉनिक्स और सेंसर भरे होते हैं, जिन्हें बदलना बहुत खर्चीला होता है. इसके लिए वाहन को समय-समय पर सूखे कपड़े या स्पंज से पोंछे.
बीमा कवरेज का उठाएं लाभ
भारत में किसी भी वाहन को सड़क पर चलाने के लिए बीमा अनिवार्य है, लेकिन अधिकांश बीमा कंपनियों वाहन को बाढ़ से होने वाली नुकसान का कवर नहीं देती हैं. इसके लिए आपको अपने वाहन बीमा पॉलिसी में बाढ़ सुरक्षा का अतिरिक्त कवरेज जरूर एड ऑन कराना चाहिए.