Mahindra SUVs: महिंद्रा की अन्य SUV भी होंगी ADAS से लैस, फिलहाल एक्सयूवी 700 में मिलता है यह सेफ्टी सिस्टम
एडीएएस सिस्टम को भारत में पहली बार मर्सिडीज और वोल्वो जैसी लग्जरी कारों में देखा गया. लेकिन अब कई मिड रेंज कारों में यह मिलने लगा है.
Upcoming Mahindra Cars with ADAS: महिंद्रा की एक्सयूवी 700 एसयूवी में मिलने वाले एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम्स यानि एडीएएस ग्राहकों को खूब पसंद आ रहा है. कंपनी के अनुसार, उसके 1,00,000 से अधिक XUV700 ग्राहकों में से बड़ी संख्या में इस सिस्टम से लैस मॉडल को चुना है, हालांकि स्पष्ट आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं. XUV700 के ADAS में लेन कीप असिस्ट, फ्रंट कोलिजन वार्निंग, स्मार्ट पायलट असिस्ट, ऑटोमेटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग, एडेप्टिव क्रूज़ कंट्रोल, हाई बीम असिस्ट और ट्रैफिक साइन रिकग्निशन जैसे फीचर्स शामिल हैं.
केवल टॉप वेरिएंट में है उपलब्ध
महिंद्रा के ऑटोमोबाइल व्यवसाय के कार्यकारी निदेशक और सीईओ राजेश जेजुरिकर ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से इस मांग से आश्चर्यचकित हैं. वह बताते हैं कि, "हमारा टॉप-ऑफ़-द-लाइन XUV मॉडल बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है," और ग्राहक, खरीदारी करते समय महत्वपूर्ण तौर पर ADAS को ध्यान में रखते हैं. जेजुरिकर के अनुसार, एडीएएस का लक्ष्य ग्राहक को अधिक आराम और सुरक्षा प्रदान करना है. उनका कहना है कि इस तकनीक के लिए अतिरिक्त भुगतान करने के लिए तैयार हैं. ADAS को फीचर ऐड-ऑन के रूप में अलग से नहीं दिया जाता है, यह टॉप-स्पेक AX7 वेरिएंट के साथ उपलब्ध है और ज्यादातर लोग किसी भी कार के फुली लोडेड मॉडल को खरीदना पसंद करते हैं. होंडा का भी कहना है कि उसके 90 प्रतिशत ग्राहक, सिटी के एडीएएस वेरिएंट्स को चुनते हैं, हालांकि इस कार के चार में से तीन वेरिएंट में एडीएएस मिलता है.
अन्य SUVs में भी मिल सकता है एडीएएस
जैसे-जैसे यह तकनीक अधिक किफायती और विश्वसनीय होती जाएगी, लोग इसे अधिक पसंद करेंगे. जेजुरिकर ने कहा, "हमारी कठिन परिस्थितियों में भी इस सिस्टम की मांग और उपयोगिता में कमी नहीं आई है, इसलिए हम ADAS को अपने पोर्टफोलियो के अन्य वाहनों में भी शामिल करना चाहेंगे." स्कॉर्पियो एन के पिकअप वर्जन, एक्सयूवी300 और एक्सयूवी400 में इस तकनीक को शामिल किया जा सकता है. महिंद्रा ने यह भी संकेत दिया है कि आने वाली कारें, एसयूवी सोसायटी ऑफ ऑटोमोटिव इंजीनियर्स (एसएई) के डिफाइंड लेवल 2 ड्राइविंग ऑटोमेशन के अनुरूप होंगी. एसएई लेवल 2 के लिए सिस्टम में ब्रेक, एक्सेलेरेटर और स्टीयरिंग इंटरफेरेंस, साथ ही लेन सेंटरिंग और एडाप्टिव क्रूज़ कंट्रोल शामिल होना चाहिए. हालांकि फिर भी इसे ड्राइवर के कंट्रोल की आवश्यकता होगी.
भारत में ADAS
एडीएएस सिस्टम को भारत में पहली बार मर्सिडीज और वोल्वो जैसी लग्जरी कारों में देखा गया. लेकिन अब कई मिड रेंज कारों में यह मिलने लगा है. वर्तमान में एडीएएस के साथ उपलब्ध किफायती कारों की सूची में होंडा सिटी, हुंडई वरना, एमजी हेक्टर, एस्टर और जेडएस और टाटा की हैरियर और सफारी शामिल हैं. ग्राहकों को यह तकनीक खूब पसंद आ रही है. हालांकि ड्राइवर, सड़क पर इसका दुरुपयोग करते हुए भी देखे गए हैं. इसके अलावा महिंद्रा सहित अन्य कम्पनियों को इस सिस्टम में कुछ खामियां मिली हैं. ADAS तकनीक काफी जटिल है और मर्सिडीज से लेकर टेस्ला की कारों तक में शत प्रतिशत सुरक्षा की गारंटी नहीं मिलती है, लेकिन यदि इसका ठीक से इस्तेमाल किया जाए तो इससे आपकी कार बहुत हद तक सुरक्षित बन सकती है.