Tata Motors Gujarat: टाटा मोटर्स ने एक नए माइलस्टोन को छू लिया है. टाटा मोटर्स की गुजरात की साणंद मैन्युफैक्चरिंग यूनिट ने 1 मिलियन कार बनाने के आंकड़े को पार कर लिया है. टाटा ने इस बात की जानकारी अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर प्लांट की तस्वीरें शेयर करते हुए दी. कंपनी ने बताया कि इस प्लांट पर टियागो, टियागो एएमटी, टियागो.ev, टियागो iCNG, टिगोर, टिगोर एएमटी, टिगोर EV, टिगोर iCNG और XPRES-T EV की मैन्युफक्चरिंग की जाती है.


टाटा का साणंद प्लांट


टाटा ने अपना ये साणंद प्लांट 2010 में लगाया था. ये टाटा के लगाए गए सबसे नए प्लांटों में से एक है, जो कि 1100 में एकड़ में फैला हुआ है. इस प्लांट के लिए 6000 से ज्यादा लोग काम करते हैं, जो कि इससे डायरेक्ट या इन-डायरेक्ट तरीके से जुड़े हुए हैं. अब टाटा ने अपने इस प्लांट से 10 लाख वीं गाड़ी को निकाला है.




साणंद प्लांट ने गोद लिए 68 गांव


साणंद प्लांट के तहत  टाटा ने साणंद, Bavla और विरंगम के आस-पास के 68 गांवों को गोद लिया था. टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर शैलेश चंद्रा ने इस सफलता को लेकर अपनी खुशी जाहिर की. मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा कि साणंद प्लांट से 1 मिलियन वीं कार को रवाना करने पर बेहद गर्व महसूस हो रहा है. ये सफलता हमें बताती है कि हम भारत देश में मार्केट की जरूरत को समझते हुए ग्रोथ कर रहे हैं.




'आगे भी सफर जारी रहेगा'


मैनेजिंग डायरेक्टर शैलेश चंद्रा ने कहा, इस सफलता से पता चलता है कि हमने कितना बड़ा टारगेट सेट किया था और कंपनी ने लोगों से की गई कमिटमेंट को भी पूरा किया है. हमारी मेहनत से हमारे  प्रोडक्ट्स को पहचान मिल रही है. साथ ही इस माइलस्टोन पर पहुंचने से पता चल रहा है कि लोग हमारे प्रोडक्ट्स को लगातार पसंद कर रहे हैं. हमें विश्वास है कि हम इस मोमेंटम को बरकरार रखेंगे और लोगों के लिए सुरक्षित, स्मार्ट और पर्यावरण संतुलित गाड़ी बनाकर देते रहेंगे.


ये भी पढ़ें


BYD Seal vs Hyundai Ioniq 5: बीवाईडी सील या हुंडई आयोनिक 5, जानिए कौन है भारत में सबसे बेहतर प्रीमियम EV


Car loan Information:

Calculate Car Loan EMI