Tata Scrapping Facility Center: शुरू हो गई टाटा की पहली स्क्रैपिंग फैसिलिटी, कैसे करेगी काम?
टाटा मोटर्स की ये स्क्रैपिंग फैसिलिटी को पूरी तरह डिजिटल तरीके से तैयार किया गया है. जो टायरों, बैटरी, ईंधन, तेल और इसके अन्य पार्ट्स को अलग करने में सक्षम है.
Vehicle Scraping: देश की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी टाटा ने मंगलवार को अपनी पहली रजिस्टर्ड स्क्रैपिंग फैसिलिटी को शुरू कर दिया. जिसका उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने किया. आगे हम आपको इसके बारे में डिटेल में जानकारी देने जा रहे हैं.
स्क्रैपिंग फैसिलिटी का उद्देश्य
टाटा मोटर्स की तरफ से लगायी गयी स्क्रैपिंग फैसिलिटी का मकसद देश में मौजूद ऐसे वाहनों को स्क्रैप करना है, जो कबाड़ बन चुके हैं. साथ ही 15 साल से पुराने पेट्रोल वाहन और 10 साल से ज्यादा पुराने डीजल वाहन भी स्क्रैप किये जायेंगे. इन वाहनों की वजह से पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंच रहा है. इसीलिए सरकार की तरफ से भी स्क्रैपिंग पालिसी लागू की जा चुकी है, जिसे धीरे-धीरे अमल में लाया जा रहा है.
सभी तरह की गाड़ियां होंगी स्क्रैप
टाटा मोटर्स की इस स्क्रैपिंग फैसिलिटी में सभी तरह की गाड़ियों को स्क्रैप किया जा सकेगा. टाटा मोटर्स ने इस फैसिलिटी सेंटर चलाने की जिम्मेदारी विकास और ऑपरेशन पार्टनर गंगानगर सौंपी है.
पूरी तरह डिजिटल है फैसिलिटी
टाटा मोटर्स की ये स्क्रैपिंग फैसिलिटी को पूरी तरह डिजिटल तरीके से तैयार किया गया है. जो टायरों, बैटरी, ईंधन, तेल और इसके अन्य पार्ट्स को अलग करने में सक्षम है.
कार्बन न्यूट्रल करने में मिलेगी मदद
पूरे देश में अब सरकार की तरफ से कार्बन न्यूट्रल करने में इससे काफी मदद मिलेगी. क्योंकि इसके जरिये सडकों पर खड़े पुराने वाहनों से लेकर, तय नियमों के मुताबिक अपनी उम्र पूरी कर चुकी गाड़ियां इसमें स्क्रैप की जाएंगी. जिससे प्रदूषण में सुधार होगा.
केंद्रीय मंत्री ने कहा
भारत सरकार में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इसका उद्घाटन करने के बाद, नेशनल व्हीकल स्क्रैपिंग पालिसी के जरिये तय नियमों के अनुसार, गाड़ियों को स्टेप-बाइ-स्टेप सड़क से हटाने की बात कही, जिससे कार्बन न्यूट्रलाइजेशन में मदद मिलेगी. साथ इस फैसिलिटी सेंटर को वैश्विक स्तर का बताते हुए टाटा मोटर्स को बधाई दी और निकट भविष्य में देश में ऐसे और सेंटर्स की शुरुआत होने की भी बात कही.