Tesla EV: टेस्ला का भारत आना तय, बन सकती है तीसरी सबसे बड़ी ईवी मैन्युफैक्चरर
सरकार टेस्ला को मदद देने के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम के सेकंड फेज को लागू करने पर विचार कर सकती है, क्योंकि FAME 2 स्कीम मार्च 2024 में समाप्त होने वाली है.
Tesla Electric Cars: काफी लंबे समय तक डिस्कशन होने के बाद, दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार मैन्युफेक्चर कंपनी टेस्ला, अब भारत में अपनी कारों को बनाने के लिए सहमत हो गयी है.
बिजनेस टुडे की एक खबर के मुताबिक, एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी ने भारत में अपनी मैन्युफेक्चरिंग यूनिट्स बनाने और उनकी बिक्री करने के लिए सरकार के सामने शुरुआती प्रपोजल पेश कर दिया है.
कंपनी एक साल में अपनी गाड़ियों के पांच लाख यूनिट्स का उत्पादन करने की क्षमता वाली एक गीगाफैक्ट्री बनाने का पर विचार कर रही है.
टेस्ला का उद्देश्य, भारत में बड़े पैमाने पर अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की एक तगड़ी रेंज और इसके लिए एक मजबूत चार्जिंग इंफ़्रास्ट्रक्चर लगाना भी है. साथ ही कंपनी भारत में अपनी इलेक्ट्रिक कार को किफायती कीमत पर पेश कर सकती है. हालांकि अभी तक इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी है.
अगर टेस्ला भारत आने में सफल हो जाती है, तो ये मारुति और हुंडई के बाद भारत की तीसरी सबसे बड़ी कार मैनुफेक्चरिंग कंपनी बनकर सामने आ सकती है.
सरकार और टेस्ला के अधिकारी, भारत में टेस्ला के प्लान और लोकल लेवल पर प्राप्त होने वाली चीजों और गीगाफैक्ट्री के लिए सही जगह की तलाश करने के लिए आगे भी चर्चा जारी रखेंगे.
इसके अलावा सरकार टेस्ला को मदद देने के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम के सेकंड फेज को लागू करने पर विचार कर सकती है. सरकार FAME 3 स्कीम को आगे बढ़ाने के लिए पहले से ही इंडस्ट्री के साथ बातचीत कर रही है, क्योंकि FAME 2 स्कीम मार्च 2024 में समाप्त होने वाली है.
भारत में टेस्ला को लेकर बातचीत पहली बार 2021 के आखिर में सामने आई थी. जब टेस्ला के अधिकारियों ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का दौरा कर मंत्रालय के तत्कालीन सचिव गिरिधर अरामाने से मुलाकात की थी और बैठक के बाद, अरामाने ने टेस्ला के अधिकारियों के साथ एक टेस्ट ड्राइव भी ली थी.
मई 2023 में, टेस्ला के अधिकारियों ने नीति आयोग, भारी उद्योग मंत्रालय, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय और अन्य सरकारी दफ्तरों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें कीं थीं.