Bike Sales Report: 150cc सेगमेंट की बिक्री में सितंबर 2023 में आई गिरावट, पल्सर रही सबसे आगे
आने वाले महीनों में मोटरसाइकिल उद्योग को 150cc से 200cc सेगमेंट में लगातार चुनौतियों का सामना करने की उम्मीद है. वर्तमान मंदी के बावजूद, भारतीय मोटरसाइकिल बाजार अत्यधिक प्रतिस्पर्धी बना हुआ है.
Bike Sales Report September 2023: भारतीय मोटरसाइकिल उद्योग के 150cc से 200cc सेगमेंट को सितंबर 2023 में साल-दर-साल बिक्री में 17.03% की भारी गिरावट दर्ज की गई. नए बिक्री के आंकड़े भारतीय मोटरसाइकिल ग्राहकों के बीच बदलती प्राथमिकताओं और बाजार पर आर्थिक कारकों के प्रभाव के कारण हो सकता है.
पल्सर रही सबसे आगे
150cc से 200cc सेगमेंट में बजाज पल्सर सितंबर 2023 में 46,888 यूनिट्स की बिक्री के साथ सबसे आगे रही. हालांकि इसमें साल-दर-साल 3.13% की मामूली बढ़त दर्ज की गई है. सेगमेंट में इसकी 30.99% बाजार हिस्सेदारी रही है. इसके बाद टीवीएस अपाचे और होंडा यूनिकॉर्न दोनों की बिक्री में सितंबर 2022 की तुलना में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है. टीवीएस अपाचे की बिक्री 26,774 यूनिट्स की बिक्री के साथ 37.67% घट गई, जबकि होंडा यूनिकॉर्न की 25,514 यूनिट्स की बिक्री के साथ 29.44% की गिरावट दर्ज की गई है.
FZ की घटी बिक्री और R15 में आई तेजी
पिछले महीने यामाहा FZ और R15 को चुनौतियों का सामना करना पड़ा. जबकि यामाहा की FZ और R15 को भी सितंबर 2023 में चुनौतियों का सामना करना पड़ा. यामाहा FZ की बिक्री में 27.29% की कमी देखी गई और इसकी 14,872 यूनिट्स की बिक्री हुई, जबकि R15 की साल-दर-साल 16.55% की बढ़ोतरी के साथ 11,131 यूनिट्स की बिक्री हुई. FZ बिक्री में गिरावट के बावजूद, R15 ने 7.36% बाजार हिस्सेदारी बनाए रखी.
इन वाहनों की घटी बिक्री
इस सेगमेंट में होंडा हॉर्नेट 2.0 की 3,852 यूनिट्स की बिक्री के साथ साल-दर-साल 458.26% की प्रभावशाली बढ़त दर्ज की गई. 150cc से 200cc सेगमेंट में अन्य मॉडल्स में हीरो एक्सट्रीम 160R/200, KTM 200, हीरो XPULSE 200 और बजाज एवेंजर शामिल हैं, जिनमें से सभी की बिक्री में पिछले वर्ष की तुलना में गिरावट दर्ज की गई है. इस गिरावट में बढ़ती ईंधन की कीमतें और मुद्रास्फीति जैसे कारण शामिल हैं, जिन्होंने उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति पर दबाव डाला है. इसके अतिरिक्त सेमीकंडक्टर की कमी के कारण सप्लाई चेन प्रभावित हुई है.
जारी रह सकती है गिरावट
आने वाले महीनों में मोटरसाइकिल उद्योग को 150cc से 200cc सेगमेंट में लगातार चुनौतियों का सामना करने की उम्मीद है. वर्तमान मंदी के बावजूद, भारतीय मोटरसाइकिल बाजार अत्यधिक प्रतिस्पर्धी बना हुआ है, और निर्माता भी ग्राहकों के लिए मूल्य बनाने और अपनी बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं.