मौजूदा मॉडलों में ड्राइवर की सीट पर ही एयरबैग लगाना अनिवार्य है. जल्द ही फ्रंट की दोनों सीट्स पर एयरबैग होना अनिवार्य होगा. बता दें सड़क परिवहन मंत्रालय ने मौजूदा कार मॉडलों की आगे की सीटों पर अनिवार्य रूप से ड्यूल एयरबैग लगाने के नियम को चार महीने यानी 31 दिसंबर तक टाल दिया है.


कार में सुरक्षा की दृष्टि से एयर बैग होना बहुत जरूरी है. हालांकि कई बार ऐसा भी देखा गया है कि एयरबैग ना खुलने की वजह से लोग एक्सीडेंट के दौरान गंभीर रूप से जख्मी हो जाते हैं. आखिर एयरबैग न खुलने के क्या कारण हो सकते हैं. आज हम आपको यही बताएंगे


नियमित चेकिंग



  • साल में कम से कम दो बार अपनी गाड़ी का एयरबैग किसी एयरबैग एक्सपर्ट को दिखाना चाहिए.

  • एयर बैग कई सालों तक बंद पड़ा रहता है जिसकी वजह से उसमें कुछ दिक्कत आ सकती है.


इन्फ्लेटर की खराबी



  • ध्यान रखें कि एयरबैग के इन्फ्लेटर में कोई खराबी नहीं आए.

  • एयरबैग के लिए एक इन्फ्लेटर बेहद ही जरूरी होता है.

  • इन्फ्लेटर एयरबैग को पूरी तरह से फुलाता है.

  • इससे एक्सिंडट एयरबैग अच्छे से खुलता और दौरान आप सुरक्षित रहते हैं.


लोकल प्रोडक्ट



  • कंपनी फिटेड एयरबैग के खराब होने पर दूसरा एयरबैग कंपनी से ही खरीदें.

  • लोकल मार्केट से लिया एयरबैग कब खराब हो जाए कहा नहीं जा सकता.

  • कंपनी से ही एयरबैग खरीदें.


हैवी ग्रिल केज



  • कार के फ्रंट को किसी नुकसान या किसी टक्कर से सुरक्षित रखने के लिए लोग हैवी ग्रिल केज लगवाते हैं.

  • हालांकि इसकी वजह से कई बार एक्सीडेंट के दौरान एयर बैग सेंसर एक्टिव नहीं हो पाता है और ड्राइवर को चोट आ जाती है.

  • इसलिए कार में हैवी क्रैश गार्ड या ग्रिल केज नहीं लगाना चाहिए.


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