वैसे तो हर कोई अपनी कार का ख्याल रखता है लेकिन फिर भी कई बार कार की सर्विस जल्दी आ जाती है या कोई बॉडी पार्ट टाइम से पहले भी खराब हो जाता है. कार की मेंटनेंस पर ध्यान न देने से कई बार कार बीच रास्ते में ब्रेक डाउन भी हो जाती है जिससे परेशानी तो बढ़ती ही है. साथ ही अच्छा खासा खर्चा भी हो जाता है. ऐसे हालात से बचने के लिये जरूरी है कि कार की फिटनेस का भी ख्याल रखा जाये ताकि कार बीच रास्ते में आपका साथ ना छोड़े और उसका मेंटनेंस भी जेब पर भारी ना पड़े.


1- इंजन को कैसे रखें मजबूत- जब भी ऑयल चेंज करायें तो अच्छी क्वालिटी का ही ऑयल डलवायें. कई बार सस्ते इंजन ऑयल कार के इंजन पर असर डालते हैं. अच्छा इंजन ऑयल वो माना जाता है जिसकी विस्कोसिटी अच्छी हो. कार अगर ज्यादा चलती है तो फुल सिंथेटिक ऑयल डलवाना चाहिए और कम चलती है तो अथॉराइज्ड सेंटर से मिनरल ऑयल भी डलवा सकते हैं. इंजन की मजबूती के लिये कार स्टार्ट करते ही ज्यादा रेस ना दें. खासतौर पर सर्दियों में कार स्टार्ट करके 1-2 मिनट के लिये छोड़ दें ताकि जमा हुआ ऑयल अच्छी तरह के इंजन में फैल जाए.. इसके अलावा इंजन की मजबूती के लिये गेयर और एक्सीलेरेशन को बेलेंस रखें. कई बार जो नयी कार चलाना सीखते हैं वो पहले या दूसरे गेयर पर ही रेस देने लगते हैं. इससे कार के इंजन पर बुरा असर पड़ता है. इंजन के मेंटनेस के लिये सही गियर शिफ्टिंग करनी चाहिए.


2-हैंडब्रेक के लिये टिप्स- बारिश के मौसम में एक हफ्ते के लिये या महीने भर के लिए कहीं गाड़ी खड़ी कर रहे हों तो हैंड ब्रेक न लगाएं. हैंडब्रेक लगाने से पिछले पहिए के ड्रम ब्रेक जाम हो सकते हैं और फिर उनको खोलने के लिये मैकेनिक बुलाना पड़ सकता है और अगर ड्रम ब्रेक खराब हो गये तो नये डालने पड़ सकते हैं.  इसके अलावा एक बात का ध्यान रखें कि हैंड ब्रेक की बटन दबाकर ही पार्किंग ब्रेक लगाये. कई बार हैंड ब्रेक की बटन को पूरी तरह बिना प्रेस किये भी हैंड ब्रेक खींच देते हैं जिससे लॉकिंग गियर खराब होने की संभावना बढ़ जाती है


3-क्लच पर ज्यादा प्रेशर- कई बार हिल्स पर ड्राइव करते वक्त या जहां चढ़ाई है वहां ट्रैफिक में फंस जायें तो कार न्यूट्रल कर हैंड ब्रेक लगा दें. ऐसे ट्रैफिक में कई बार लोग क्लच पर पैर रखे रहते हैं जिससे क्लच पर जोर पड़ता है और उसके खराब होने के चांस बढ़ जाते हैं


4-टायर्स का मेंटीनेंस भी जरूरी- कई बार लोग टायर के मेंटीनेंस पर ध्यान नहीं देते जिससे टायर जल्दी जल्दी खराब हो जाते हैं. टायर की अच्छी लाइफ के लिये टाइम पर व्हील बैलेंसिंग करायें और करीब हर 10 हजार किलोमीटर होने पर अलाइनमेंट और टायर रोटेशन करें. लंबे टाइम के लिये कहीं कार खड़ी करें तो उसे आगे पीछे करते रहें ताकि टायर में फ्लैट स्पॉट न आयें


5-कार की बॉडी का रखें ख्याल-  अगर ज्यादा टाइम तक कार वॉश न करवाई जाए तो जंग से आउटर बॉडी पार्ट्स डैमेज हो सकते हैं. इसके अलावा कार की बाहरी बॉडी में विंड शील्ड का भी ध्यान रखें और विंड शील्ड को सेफ रखने के लिये पेपर का इस्तेमाल न करें. पेपर कई तरह के मटेरियल से बना होता है और अगर हम विंड शील्ड के कांच को पेपर से साफ करेंगे तो पेपर के कण या उसकी डस्ट और दूसरे पार्टिकल धीरे-धीरे कांच को नुकसान पहुंचा सकते हैं. विंड शील्ड को क्लीन करने के लिये माइक्रो फाइबर क्लॉथ का यूज करें और विंड शील्ड का ये क्लॉथ अलग भी रखें ताकि उसमें और गंदगी ना हो.


Car loan Information:

Calculate Car Loan EMI